रीवा: जिले का एक परिवार कई सालों से एक दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा है. इस बीमारी की वजह से परिवार के 5 सदस्यों का शरीर बेहद दुर्बल हो गया है. शरीर में सिर्फ हड्डियों का ढांचा दिख रहा है. पिछले साल मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस गंभीर रोग से छुटकारा दिलाने के लिए सभी का इलाज कराने का भरोसा दिलाया था. एक साल से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक सभी की स्थिति जस की तस बनी है. अब समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज सिंह काका ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर तीनों भाईयों का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव को टैग करते हुए इनके इलाज की मांग की है.
एक ही परिवार के 5 सदस्य इस दुर्लभ रोग से ग्रसित
रीवा जिले के त्योंथर विधानसभा में 9 सदस्यों का एक परिवार रहता है. परिवार के मुखिया रामनरेश यादव (61) वर्ष और उनकी एक बेटी और तीन बेटे एक गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं. इस बीमारी का नाम 'मस्कुलर डिस्ट्रॉफी' है. रामनरेश के अंदर बीमारी के आंशिक लक्षण थे. जन्म के बाद उनकी बेटी सुशीला यादव (39) के अन्दर भी यह बीमारी आ गई. इसके बाद 1998 से 2003 के बीच में उनके तीन बेटों अनीश यादव (26), मनीष यादव (24) और मनोज यादव (20)का जन्म हुआ. जैसे ही तीनों के शरीर का विकास शुरू हुआ वैसे-वैसे इनके अंदर भी बीमारी के लक्षण दिखने लगे. तीनों बच्चों का शरीर सूखने लगा. हालांकि रामनरेश के दोनों बड़े बेटे और एक बेटी पर इस रोग का असर नहीं हुआ.
बीमारी के बारे में कैसे पता चला
लगातार बीमारी के आगोश में समा रहे तीनों भाईयों को उनके नाना 2006 में इलाज के लिए दिल्ली एम्स लेकर गए. वहां बीमारी का पता लगाने के लिए उनका सैंपल कलेक्ट कर अमेरिका भेजा गया. वहां से आई जांच रिपोर्ट में इस दुर्लभ बीमारी का पता चला. एम्स के डॉक्टरों ने जर्मनी में इसके इलाज होने की जानकारी दी. मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखने वाले रामनरेश यादव के लिए जर्मनी जाकर इलाज कराना संभव नहीं था. उन्होंने आम लोगों से लेकर नेताओं तक से मदद मांगी. 2019 में संभागायुक्त अशोक भार्गव ने रीवा मेडिकल कॉलेज में दोबारा जांच कराई तो फिर से वही बीमारी सामने आई. डॉक्टरों ने कहा कि यदि वे शादी करेंगे तो यह बीमारी उनके होने वाले बच्चों में भी पहुंच जाएगी. जिस वजह से तीनों भाई और बहन की शादी नहीं हुई.