नई दिल्ली: 14 जुलाई को दिल्ली विश्वविद्यालय के नार्थ कैंपस स्थित दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) के कार्यालय में हुई तोड़फोड़ पर दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) ने बुधवार को वक्तव्य दिया. इसमें कहा गया कि उसकी कार्यकारी समिति ने अन्य पदाधिकारियों के कार्यालयों में कथित रूप से तोड़फोड़ करने के लिए छात्र निकाय के उपाध्यक्ष अभि दहिया को हटाने का प्रस्ताव पारित किया है. डूसू ने एक बयान में कहा कि प्रस्ताव अब केंद्रीय परिषद के समक्ष रखा जाएगा और अंतिम निर्णय के लिए विभिन्न छात्र संघों के अध्यक्षों की बैठक में रखा जाएगा. दहिया की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.
डूसू ने कहा कि मंगलवार को बुलाई गई बैठक में कार्यकारी समिति ने रविवार को छात्र संघ के कार्यालय में तोड़फोड़ में उनकी कथित संलिप्तता के कारण दहिया को उनके पद से हटाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया. इसने कहा कि प्रस्ताव अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के डूसू उपाध्यक्ष तुषार डेढ़ा ने पेश किया. एबीवीपी ने रविवार को आरोप लगाया था कि दहिया सहित कांग्रेस से जुड़े भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के सदस्यों ने उत्तरी परिसर में डूसू कार्यालय में तोड़फोड़ की.
एनएसयूआई ने आरोपों से इनकार किया और एबीवीपी पर दहिया के कार्यालय में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया. एबीवीपी ने आरोप लगाया है कि डूसू कार्यालय में तोड़फोड़ करने वालों ने पहले दहिया के कार्यालय में शराब पी थी. इसने एक वीडियो भी साझा किया था, जिसमें दहिया के कार्यालय में कथित तौर पर खाली बोतलें और तोड़फोड़ किए गए कार्यालयों की क्लिप दिखाई गई थी. मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. दिल्ली विश्वविद्यालय ने सोमवार को आरोपों की जांच के लिए प्रॉक्टर रजनी अब्बी की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति का गठन किया. समिति को जल्द से जल्द, अधिमानतः सात दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है.