भोपाल: नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी की झांकी में मध्यप्रदेश कुछ अलग करने जा रहा है. मध्यप्रदेश ने 'चीता द प्राइड ऑफ इंडिया' की थीम पर झांकी तैयार की है. इस झांकी को गणतंत्र दिवस परेड में दिखाया जाएगा. वहीं गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार तीनों सेनाओं की संयुक्त झांकी भी दिखाई देगी. इसे सशक्त और सुरक्षित भारत थीम पर तैयार किया गया है. परेड में मध्यप्रदेश के अलावा अलग-अलग राज्यों की झांकियां दिखाई देंगी.
गणतंत्र दिवस की परेड में मध्यप्रदेश की झांकी बेहद खास
मध्यप्रदेश की झांकी में भारत में चीतों के पुनर्स्थापना को दिखाया गया है. झांकी सबसे आगे एक पार्क दिखाया गया है. इसमें एक चीतों का जोड़ा दिखाया गया है. इसके अलावा कूनो में जन्मे नन्हे चीता शावकों को भी दिखाया गया है. झांकी के बीच में बहती कूनो नदी और उसके आसपास प्राकृतिक आवास में घूमते हुए वन्यजीव जैसे हिरण, बंदर, पक्षी दिखाए गए हैं. इसमें चीतों की बढ़ती संख्या को भी दिखाया गया है.
कूनो नेशनल पार्क (ETV BHARAT) चीतों पर आधारित फिल्म भी प्रदर्शित होगी
वहीं झांकी के बीच में पेड़ के नीचे बैठा चीता मित्र स्थानीय निवासियों को चीता संरक्षण का प्रशिक्षण देता दिखाई देता है. झांकी में दोनों तरफ एलईडी पैनल्स भी लगाए गए हैं. इनमें चीतों पर आधारित फिल्म भी प्रदर्शित की जाएगी. झांकी के दोनों तरफ श्योपुर जिले के सहरिया जनजाति का नृत्य लहंगी करते हुए युवा दल दिखाई देगा.
कूनो में चीतों की संख्या बढ़कर हुई 24
मध्यप्रदेश में अफ्रीका से लाए गए चीतों को दो साल हो गए हैं. कूनो में दक्षिण अफ्रीका से 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से 8 और फिर सितंबर 2023 में दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते लाए गए थे. शुरूआत में चीता प्रोजेक्ट मुश्किल भरा रहा. लाए गए चीतों में से 12 चीतों की मौत हो गई. हालांकि इस दौरान 17 शावकों का जन्म भी हुआ. कूनो में अभी वयस्क और शावकों सहित 24 चीते हैं. इधर, सरकार अब इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने जा रही है.
कूनो के बाद अब चीतों का नया आशियाना गांधी सागर
मध्यप्रदेश में कूनो के अलावा चीतों का नया बसेरा गांधी सागर वन्यजीव अभ्यारण्य में तैयारी की जा रही है. इसमें जल्द ही दक्षिण अफ्रीका से 20 चीते लाए जाने की तैयारी की जा रही है. गांधी सागर के तराई इलाके में चीतों की नई सेंचुरी बनाई जा रही है. इसकी लागत करीब 50 करोड़ रुपए है. इस प्रोजेक्ट के पहले फेस का काम पूरा हो गया है. उम्मीद है कि यहां बहुत जल्द 20 चीते लाए जाएंगे.