पटना: बिहार के सरकारी अस्पतालों में अब ड्रेसर की कमी दूर होने वाली है. सरकार जल्द ही इन अस्पतालों में ड्रेसर के रिक्त 3326 पदों पर बहाली करने जा रही है. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से बिहार तकनीकी सेवा आयोग को वैकेंसी की अधियाचना भी भेजी जा चुकी है.
जल्द मिलेंगी हजारों नौकरियां: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के साथ-साथ रोजगार को भी बल देना सरकार की प्राथमिकता में है. उन्होंने कहा है कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं सफलता की नित्य नई कहानी गढ़ रहे हैं. आने वाले 2 महीने में स्वास्थ्य विभाग में हजारों नौकरियां मिलेंगी और सैकड़ों स्वास्थ्य केंद्र खुलेंगे.
अब होगी मरीजों की बेहतर देखभाल: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार युवाओं को प्रदेश में लगातार रोजगार बांट रहे हैं. उसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग की ओर से बिहार परिधापक (ड्रेसर) संवर्ग के मूल पद पर 3 हजार 326 नई बहाली करने जा रहे हैं. जिससे अस्पतालों में मरीजों को त्वरित इलाज कराने में और सुविधा मिलेगी.
"राजद शासनकाल में ड्रेसर तो दूर चिकित्सकों, भवनों, नर्सों, ओटी, नर्सिंग स्टॉफ और दवाईयों की घोर कमी रहती थी. हालांकि आज एनडीए की सुशासन की सरकार में अस्पतालों में दवा शत प्रतिशत रहती है और अस्पताल भी हाईटेक हो गए हैं. ड्रेसर की बहाली से मरीजों की देखभाल बेहतर होगी."-मंगल पांडे, स्वास्थ्य मंत्री
सरकार उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध: मंगल पांडेय ने बताया कि 3326 रिक्त ड्रेसर के पद पर नियमित बहाली की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी. इसके लिए बिहार तकनीकी सेवा आयोग को स्वास्थ्य विभाग ने अधियाचना भेज दी है. इस नई बहाली से कई युवाओं को रोजगार मिलेगा. जिसके बाद छोटे अस्पतालों पर पड़ने वाली अतिरिक्त भार को कम किया जा सकेगा.
बिहार में उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं:बता दें कि लंबे समय से इस बहाली की चर्चा थी और अब बहाली की प्रक्रिया पूर्ण होने वाली है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्पताल में कंपाउंडर और परिधापक भी एक अहम कड़ी होते हैं. कर्मियों के अभाव में रोगियों को परेशानी होती है, जिसे दूर कर मौजूदा सरकार उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं दे रही है.
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