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क्या मिल पाएंगे सोयाबीन के 6000 प्रति क्विंटल दाम? अंतरराष्ट्रीय बाजार दे रहे यह संकेत - SOYBEAN SELLING PRICES INCREASE

सोयाबीन कारोबारियों की मानें तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोया प्रोडक्ट की मांग बढ़ी है, इस कारण सोयाबीन की कीमतों में उछाल आ रहा है.

SOYBEAN SELLING PRICES INCREASE
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ी सोया प्रोडक्ट की मांग (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 17, 2025, 2:15 PM IST

रतलाम: पीला सोना यानि सोयाबीन के भाव को लेकर बीते 2 हफ्तों से हलचल देखी जा रही है. जिसे लेकर सोयाबीन उत्पादक किसानों और व्यापारियों में भी सोयाबीन के दाम बढ़ने की उम्मीद जगी है.अंतरराष्ट्रीय सोया बाजार भी कीमतों में सुधार का संकेत दे रहा है. वर्तमान में सोयाबीन के औसत दाम 4200 से 4500 रुपए प्रति क्विंटल तक बने हुए हैं. इसी दौरान सोयाबीन का उच्चतम दाम 4900 तक भी मिल रहा है.

मालवा में 5000 रुपये प्रति क्विंटल दाम

मालवा क्षेत्र की मंडियों में बीज क्वालिटी के सोयाबीन का उच्चतम दाम ₹5000 प्रति क्विंटल से अधिक तक मिला है. वहीं, एमएसपी पर सरकारी खरीद बंद होने के बाद सोयाबीन उत्पादक किसानों को सोयाबीन के भाव बढ़ने की उम्मीद है. दरअसल सोयाबीन की एमएसपी ₹6000 प्रति क्विंटल किए जाने की मांग प्रदेश के सोयाबीन किसानों ने की थी.मध्य प्रदेश सरकार ने 4892 रुपए प्रति क्विंटल एमएसपी पर सोयाबीन खरीदी भी की लेकिन किसानों ने सोयाबीन बेचने में रुचि नहीं दिखाई.

रतलाम मंडी में सोयाबीन बेचते किसान (ETV Bharat)

बढ़ सकती है सोयाबीन की मांग

बीते हफ्तों में सोयाबीन की कीमतों में हलचल देखी जा रही है. सोयाबीन व्यवसाय से जुड़े विशेषज्ञों की माने तो सोयाबीन के दाम ₹5000 प्रति क्विंटल के ऊपर जा सकते है. जिसकी वजह मंडी में वर्तमान दामों पर सोयाबीन की आवक कम होना है. खाद्य तेल के आयात में गिरावट और तेल मिलों की मांग बढ़ना भी इसका मुख्य कारण बताया जा रहा है. मावठे की बारिश और खराब मौसम से तिलहन की फसल में नुकसान होने से भी सोयाबीन की मांग बढ़ सकती है.

मध्य प्रदेश के सोयाबीन किसानों की बढ़ी उम्मीद (ETV Bharat)

इस कारण बढ़ी सोयाबीन किसानों की उम्मीद

सोयाबीन कारोबारी सुनील राठौड़के अनुसार "जनवरी और फरवरी तक सोयाबीन के दाम 5000 प्रति क्विंटल से 5500 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच सकते हैं. इसके घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों कारण है. खाद्य तेल के आयात में कमी आने की वजह से स्थानीय तेल मिलों में सोयाबीन की डिमांड बढ़ने की संभावना है."

'सोयाबीन की कीमत में पहले से सुधार'

सोयाबीन कारोबारी नीलेश बाफना बताते हैं कि "किसान और व्यापारियों द्वारा भी सोयाबीन का स्टॉक रोका जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अमेरिका और चीन जैसे देशों में खाद्य तेल और सोया प्रोडक्ट की मांग बढ़ी है. जिसके चलते सोयाबीन की कीमत में सुधार हुआ है. एमएसपी पर अपनी सोयाबीन की फसल नहीं बेचने वाले किसानों को बड़ी उम्मीद है कि सोयाबीन के दाम ₹5000 प्रति क्विंटल से अधिक होंगे."

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