रतलाम: पीपलीपाड़ा गांव में एक परिवार के लिए काली चाय जानलेवा साबित हुई है. दावा है कि परिवार के 6 सदस्य चाय पीने के बाद बीमार पड़ गए, सभी को उल्टी दस्त और चक्कर आने लगे. आनन-फानन में उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका प्राथमिक इलाज किया गया, लेकिन सुधार होने की बजाय उनकी हालत और बिगड़ गई. इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें रतलाम मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, जहां सभी का इलाज जारी है. इसमें से एक 3 वर्षीय बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई. फिलहाल, रावटी थाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
काली चाय बनी काल? 3 साल की बच्ची की मौत, पूरे परिवार ने पकड़ा बिस्तर - RATLAM GIRL DIED FROM TEA
रतलाम में काली चाय पीने से एक परिवार के 6 सदस्यों की बिगड़ी तबीयत. इलाज के दौरान 3 साल की मासूम बच्ची की मौत.
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Feb 21, 2025, 2:19 PM IST
रतलाम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने इस मामले में फूड प्वाइजनिंग की आशंका जताई है. मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. प्रदीप मिश्राने बताया, " घर के सभी सदस्य काली चाय पीने के बाद बीमार हो गए. सभी की तबीयत बिगड़ी तो उन्हें रावटी के शासकीय अस्पताल लाया गया. स्थिति गंभीर होने के बाद उन्हें रतलाम मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था. उपचार के दौरान 3 वर्षीय बालिका प्रियंका की मौत हो गई. परिवार के अन्य सदस्यों का उपचार जारी है."
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फूड प्वाइजनिंग बनी मौत की वजह?
जानकारी के अनुसार घर की बुजुर्ग महिला बेरमबाई ने दूध उपलब्ध नहीं होने पर काली चाय बनाई और घर के सभी सदस्यों को दी थी. इसके बाद बुजुर्ग महिला समेत घर के सभी 6 सदस्यों की एकसाथ तबीयत बिगड़ गई. रतलाम मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. प्रदीप मिश्राने बताया, " बच्ची की मौत का शुरुआती कारण फूड प्वाइजनिंग लग रहा है. वास्तविक कारण पीएम रिपोर्ट और विसरा रिपोर्ट (पोस्टमार्टम के बाद मिलने वाली एक रिपोर्ट होती है) मिलने के बाद ही पता चल सकेगा."