रांचीः राजधानी रांची में मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई और तेज कर दी गई है. इसके तहत अब नशे के सौदागरों को चिन्हित कर उन्हें जिला बदर किया जा रहा है. इसके साथ ही थाना हाजरी की कार्रवाई भी शुरू की गई है.
09 को किया गया जिला बदर
रांची रेंज के डीआईजी अनूप बिरथरे ने बताया कि मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने गिरफ्तारी और नशीले पदार्थों की जब्ती के काम को आगे बढ़ाते हुए अब नशे के सौदागरों के खिलाफ सीसीए के तहत भी कार्रवाई शुरू कर चुकी है. रांची पुलिस के द्वारा नशे के तस्करों को जिला बदर करने की कार्रवाई शुरू की गई है. इसके तहत अब तक 9 तस्करों को जिला बदर कर दिया गया है.
डीआईजी अनूप बिरथरे ने कहा कि जिन तस्करों को जिला बदर किया गया है, उनके घर पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है. स्थानीय थाना को यह निर्देश दिया गया है कि जिला बदर किए गए तस्करों पर विशेष नजर रखें. जिससे वे किसी भी हाल में भी शहर में नजर ना आएं, अगर कोई शहर में नजर आता है तो उस पर तुरंत कानूनी कार्रवाई करें.
थाना हाजरी के साथ गुंडा पंजी में दर्ज किए गए नाम
राजधानी रांची में दो नशे के तस्करों को थाना हाजरी करवाया जा रहा है, दोनों तस्कर फिलहाल जमानत पर बाहर हैं. वहीं दूसरी तरफ रांची में सक्रिय 37 नशे के तस्करों के नाम गुंडा पंजी में अंकित किया गया है. इसके अलावा सीसीए के तहत 17 के खिलाफ निगरानी प्रस्ताव भी पारित किया गया है.
पिछले आठ सालों के रिकॉर्ड खंगाल रही पुलिस
रांची पुलिस के द्वारा एनडीपीएस एक्ट से संबंधित पिछले 8 वर्षों में जितने भी कांड दर्ज हुए हैं. उन कांडों में जो तस्कर गिरफ्तार किए गए साथ ही कौन-कौन से अभियुक्त जमानत पर बाहर हैं, उन सबकी कुंडली पुलिस खंगाल रही है. पुलिस के द्वारा इसलिए 8 वर्षों के दौरान जो नशे के तस्कर जेल गए थे, फिर जो जमानत पर बाहर निकले. ऐसे में उनके जमानतदार कौन-कौन थे, उनका सत्यापन भी किया जा रहा है, अगर जमानतदार फर्जी पाए गए तो उन पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.