रांचीः जिला पुलिस ने मुंबई के व्यापारी मेहुल शाह को पांच दिन पहले अगवा कर फिरौती की रकम वसूलने के मामले की गुत्थी सुलझा ली है. व्यापारी को अगवा करने की पूरी प्लानिंग जमशेदपुर निवासी युवती ने अपने पति सिद्धार्थ जैफ के साथ मिलकर पांच महीने पहले बनायी थी.
जमशेदपुर के अपराधी के साथ अपहरण की प्लानिंग
रांची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि अपहरण की प्लानिंग करने के बाद आरोपी युवती ने जमशेदपुर के अपराधी बाबू पिल्ले उर्फ डब्लू से संपर्क किया. पिल्ले और युवती के बीच 10 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था. दोनों के बीच यह सहमति बनी थी कि फिरौती की रकम आने के बाद बंटवारा होगा. पुलिस की टीम ने इस मामले में युवती, मुंबई के बिलास मोहन मांजेकर, तौकिर शेख, सिद्धार्थ जैफ, बाबू पिल्ले और अभिषेक सिंह को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों के पास से पुलिस ने फिरौती के 31.79 लाख के अलावा चाइना मेड पिस्टल, कार समेत अन्य चीजें बरामद की है. आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार किया है. पूछताछ में पुलिस को यह भी पता चला कि अपराधी पिल्ले हत्या समेत कई मामले में जेल जा चुका है.
नामकुम से किया था अगवा
आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि युवती के बुलावे पर व्यापारी रांची पहुंचे थे. एयरपोर्ट में युवती ने उसे रिसिव किया, उसके बाद योजनाबद्ध तरीके से पिल्ले के गुर्गे चालक बनकर उसके साथ एयरपोर्ट गए थे. एयरपोर्ट से नामकुम के रास्ते युवती मेहुल को लेकर जमशेदपुर जाने लगी. नामकुम के पास पहले से मौजूद पिल्ले समेत अन्य ने जबरन कार रूकवा कर बैठ गए और हथियार के बल पर उसे जमशेदपुर स्थित एक फ्लैट में ले गए. वहां पर युवती के साथ मेहुल का आपत्तिजनक वीडियो बनाया गया. युवती मेहुल के सामने खुद को भी अगवा बता रही थी. वीडियो दिखाकर आरोपियों ने व्यापारी से 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी. धमकी दी कि अगर पैसा नहीं मिला तो वह वीडियो को वायरल कर देगा. परिजनों के जरिए मेहुल ने अपहरणकर्ताओं को रकम दे दी. इसी क्रम में मेहुल को समझ आ गया कि युवती भी अपहरणकर्ताओं के साथ मिली हुई है. जिसके बाद मेहुल और युवती के बीच झगड़ा हुआ. पैसा मिलने के बाद अपहरणकर्ताओं ने मेहुल को छोड़ दिया. जिसके बाद मेहुल 27 अगस्त को एयरपोर्ट पहुंचा और मामले की जानकारी रांची पुलिस को दी.
व्यापारी के बयान पर परत दर परत खुले राज