भरतपुर. लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने शनिवार को पहली सूची जारी कर दी है. इस सूची में पार्टी ने राजस्थान के 15 लोकसभा सीट पर प्रत्याशियों का ऐलान किया है. भाजपा ने भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में फिर से कोली कार्ड खेल दिया है. पार्टी ने इस सीट से इस बार पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली पर विश्वास जताते हुए मैदान में उतारा है.
इससे पहले वर्ष 2014 में बहादुर सिंह कोली और वर्ष 2019 में रंजीता कोली सांसद चुने गए. इस बार भाजपा ने मौजूदा सांसद रंजीता कोली के बजाए पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली को उम्मीदवार घोषित किया है. भरतपुर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद गंगाराम कोली की पुत्रवधु रंजीता कोली मौजूदा सांसद हैं. राजनीतिक पृष्ठभूमि और मौजूदा सांसद होने के बावजूद भाजपा ने रंजीता कोली का टिकट काट दिया है. इसके पीछे मौजूदा सांसद के विवादों में घिरे रहने को प्रमुख कारण माना जा रहा है. भाजपा ने इस बार पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली पर विश्वास जताते हुए उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया है. रामस्वरूप कोली 2004 में बयाना लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए थे.
पढ़ें:लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान की 15 सीटों पर नामों का ऐलान, गजेंद्र सिंह, अर्जुनराम, ओम बिरला फिर मैदान में
रामस्वरूप कोली की प्रोफाइलःरामस्वरूप कोली का जन्म भरतपुर जिले के भुसावर में 15 जनवरी 1965 को हुआ. कोली 14 वीं लोकसभा के बयाना क्षेत्र से वर्ष 2004 से वर्ष 2009 तक सांसद रह चुके हैं. इनके 4 बेटे, दो बेटियां हैं. इनकी पत्नी का नाम आशा कुमारी है. वर्ष 2004, 2006 व 2007 में रामस्वरूप कोली मानव संसाधन विकास समिति के सदस्य रह चुके हैं.
पढ़ें:विधानसभा-लोकसभा चुनाव में अजेय रहे ओम बिरला, अचानक से स्पीकर बन चौंकाया था, अब फिर बने प्रत्याशी
चर्चाओं में रहीं सांसद कोलीः मौजूदा सांसद रंजीता कोली बीते 5 साल के कार्यकाल में खूब चर्चाओं में रहीं. राजनीति के जानकारों का कहना है कि आधी रात को खनन क्षेत्रों में औचक निरीक्षण, खनन क्षेत्रों में सांसद के काफिले पर हमले, वैर क्षेत्र में आधी रात को सांसद की गाड़ी पर पथराव जैसी घटनाओं की वजह से सांसद रंजीता कोली राजनीतिक चर्चाओं में बनी रहीं. जिसके चलते सांसद रंजीता कोली को केंद्र से सुरक्षा भी मुहैया कराई गई. हालांकि, इन चर्चाओं के इतर आमजन ही नहीं, बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रशासनिक पकड़ में सांसद काफी कमजोर साबित हुई. इस संबंध में भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज भारद्वाज का कहना है कि पार्टी ने पार्टी ने मंथन और सर्वे के आधार पर जिताऊ प्रत्याशी को टिकट दिया है.