अयोध्या :राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार भगवान राम की बारात में देशभर के लोग शामिल होंगे. इसमें 17 राज्यों के राम भक्त सहभागिता करेंगे. करीब 500 बाराती राम नगरी से जनकपुरी के लिए जाएंगे. बारात आज (26 नवंबर) को सुबह रवाना होगी. इसके लिए 4 विशेष रथ भी तैयार किए गए हैं. एक रथ पर 51 तीर्थों का जल रखा जाएगा. बारात में दूल्हे के चारों भाइयों के स्वरूप के साथ मूर्तियों को भी शामिल किया जाएगा. शादी 6 दिसंबर को होनी है. बारात के लिए लोग पहुंच चुके हैं. कुछ ही देर में बारात की रवानगी शुरू हो जाएगी.
रथ में सवार होंगे भगवान समेत उनके भाइयों के स्वरूप :रामनगरी अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में निकलने वाली श्री राम बारात की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. 26 नवंबर को बड़े धूमधाम से यह बारात रामसेवक पुरम से विधि विधान पूर्वक रस में रिवाज को पूरा करते हुए रवाना होगी. यात्रा के प्रभारी और विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज ने बताया कि राम बारात के लिए प्रत्यक्ष रूप से तैयारी का दौर जारी है. चार रथ इस यात्रा में होंगे, श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के स्वरूप होंगे.
तिरुपति के पंडित सीधे पहुंचेंगे जनकपुरी :एक रथ में त्रेता युग में भी राम की बारात में सभी तीर्थ गए थे. इसलिए भारतवर्ष के 51 तीर्थों का जल इस बार बारात में जा रहा है. उनके प्रतिक के रूप में एक तीर्थरथ को तैयार किया गया है और एक रात में श्री सीताराम कल्याण विवाह महोत्सव कि प्रतिमा होगी. उन्होंने कहा कि यह पहली बार जा रही है उन मूर्तियों का भी विवाह के रूप में उपयोग होगा. वहीं बताया कि इसमें तिरुपति बालाजी से लगभग 40 पंडितों की टीम आ रही है. वे सीधे जनकपुर पहुंचेंगे. 6 दिसंबर को विवाह पंचमी के दिन सुबह 9 बजे श्री सीताराम विवाह महोत्सव का कार्यक्रम कराएंगे.