झांसीः झांसी में बसपा ने 9 दिन पहले झांसी–ललितपुर लोकसभा सीट से राकेश कुशवाह को प्रत्याशी घोषित किया था. बुधवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उन्हें निष्कासित कर दिया गया. वहीं, झांसी जिलाध्यक्ष भी बदल दिया गया है. पार्टी के इस कदम को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रहीं हैं.
बता दें कि झांसी–ललितपुर लोकसभा सीट से 9 अप्रैल को बुंदेलखंड प्रभारी लालाराम अहिरवार ने बरुआसागर के राकेश कुशवाहा एडवोकेट का नाम घोषित किया था. इस घोषणा के अभी दस दिन भी नहीं हुए और पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया. जिलाध्यक्ष जयपाल अहिरवार को भी पद से हटा दिया गया.
नये जिलाध्यक्ष बीके गौतम ने पत्र जारी कर बताया कि प्रत्याशी राकेश कुशवाहा पर अनुशासनहीनता व पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप थे. इस संबंध में उन्हें चेतावनी भी दी गई थी. पार्टी ने जांच कराई तो आरोप सही पाए गए. इसको देखते हुए पार्टी की ओर से राकेश कुशवाहा को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. अब वह पार्टी के प्रत्याशी नहीं होंगे.
इधर, पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी को प्रदर्शन खराब रहने का फीडबैक मिला, इसी के आधार पर कार्रवाई की गई है. प्रत्याशी के निष्कासन की खबर लोकसभा क्षेत्र में पहुंचते ही अलग अलग चर्चाएं शुरू हो गईं. वही अब लोग ये जानने के लिए भी उत्सुक नजर आए की इस घटनाक्रम के बाद हुई किरकिरी के बीच बसपा अब किसको चुनावी मैदान में उतारती है.
कई नेता बीजेपी में चले गए थे
राकेश कुशवाह के प्रत्याशी बनते ही बसपा के कई नेताओं ने बीजेपी का कमल थाम लिया था. इनमें लोधी समाज में मजबूत पकड़ रखने वाले बुंदेलखंड के कद्दावर नेता दशरथ सिंह का नाम भी शामिल है.