बिहार में राज्यसभा की दो सीटों पर उपचुनाव. (ETV Bharat) पटना:बिहार में राज्यसभा की दो सीटों पर उपचुनाव होने हैं. आरजेडी की मीसा भारती और बीजेपी के विवेक ठाकुर के लोकसभा चुनाव जीतने के कारण उपचुनाव हो रहे हैं. मीसा भारती वाली सीट का कार्यकाल चार साल का बचा हुआ है. विवेक ठाकुर वाली सीट का कार्यकाल 2 साल का बचा है. विधानसभा के आंकड़ों के अनुसार दोनों सीटों पर एनडीए उम्मीदवार का चुना जाना तय माना जा रहा है, इसलिए उम्मीदवारों का चयन भी एनडीए को ही करना है.
गेंद बीजेपी के पाले मेंःमिल रही जानकारी के मुताबिक जदयू ने राज्यसभा चुनाव में अपनी ओर से दावेदारी छोड़ दी है. दोनों सीटों पर फैसला भाजपा को करना है. भारतीय जनता पार्टी की चुनाव समिति प्रत्याशी को लेकर अंतिम फैसला लेगी. सवाल यह भी उठ रहा है कि दोनों सीटों पर भाजपा अपनी पार्टी के टिकट पर उम्मीदवार खड़ा करेगी या फिर सहयोगी दलों के हिस्से में भी सीट जाएगा.
"उपेंद्र कुशवाहा की ओर से दावेदारी की गई है. एनडीए के बड़े नेताओं पर इस बात के लिए दबाव भी है. उपेंद्र कुशवाहा को लेकर भी पार्टी में मंथन कर रहे हैं. देखना होगा कि दोनों सीटों पर भाजपा अपने उम्मीदवार भेजती है या फिर सहयोगी दल के लिए एक सीट छोड़ती है."- रवि उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार
उपेंद्र कुशवाहा ने बढ़ाई टेंशनः भाजपा के सामने धर्म संकट जैसी स्थिति है. उपेंद्र कुशवाहा ने राज्यसभा की एक सीट के लिए दावा ठोक रखा है. उन्होंने 20 अगस्त को नामांकन करने की बात भी कही है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि भाजपा को एक सीट पर फैसला लेना है. उपेंद्र कुशवाहा 4 साल वाले कार्यकाल के लिए राज्यसभा जाना चाहते हैं. हालांकि इस पर अंतिम फैसला भाजपा की चुनाव समिति को लेना है.
एक-दो दिन तस्वीर होगी साफः भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि एनडीए के कोटे में दो राज्यसभा सीट है. केंद्रीय चुनाव समिति का जो भी फैसला होगा वह सबको मान्य होगा. उपेंद्र कुशवाहा के सवाल पर भाजपा नेता ने कहा कि अभी अंतिम फैसला होना बाकी है. वहीं, जदयू प्रवक्ता हिमराज राम ने कहा है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के बड़े नेता प्रत्याशियों के चयन पर बैठकर फैसला लेंगे. उपेंद्र कुशवाहा किस पार्टी के सांसद होंगे यह भी तय कर लिया जाएगा. एक-दो दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी.
राज्यसभा में क्या है समीकरणः भाजपा के सूत्र बताते हैं कि राज्यसभा में भाजपा अकेले दम पर बहुमत चाहती है. ऐसे में पार्टी इस बार ज्यादा से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार खड़े करना चाहती है. राज्यसभा में भाजपा के पास सदस्यों की संख्या 86 है. राज्यसभा में बहुमत के लिए 113 का आंकड़ा चाहिए. फिलहाल राज्यसभा में एनडीए के पास सदस्यों की संख्या 101 है. जबकि कुल सदस्य की संख्या 245 है. वर्तमान में 226 सदस्य हैं. बहुमत का आंकड़ा 114 होता है.
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