रायपुर : छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में पुलिस भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया है. पुलिस भर्ती में गड़बड़ी की गंभीर शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने पूरी प्रक्रिया रोकने के आदेश दिए हैं. इसकी जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है.
पुलिस भर्ती प्रक्रिया में धांधली की शिकायत : राजनांदगांव में भर्ती प्रक्रिया में लगातार धांधली की बात सामने आ रही थी. इसे लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा भी था और बयान भी दिया था कि राजनांदगांव में पुलिस भर्ती प्रक्रिया में धांधली की जा रही है. इसके बाद इस विषय की जांच शुरू हुई थी, जिसमें कई बिंदुओं पर गलतियां पाई गई थी.
अब तक 7 गिरफ्तार : इस मामले में प्राथमिक जांच के बाद आरक्षक सहित कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें चार आरक्षकों में परिधि निषाद, योगेश कुमार धुर्वे, पवन कुमार साहू, नोटेश्वरी धुर्वे हैं, जो छत्तीसगढ़ पुलिस में आरक्षक हैं. इन्हें पहले गिरफ्तार किया जा चुका है. इसके अलावा दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि यह भर्ती प्रक्रिया में पैसे के लेनदेन की प्रक्रिया करते थे. मामले की जांच के दौरान कांस्टेबल अनिल रत्नाकर ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. उसके बाएं हाथ पर पेन से लिखा एक नोट मिला है, जिसमें कहा गया है कि भर्ती में कथित अनियमितताओं में कर्मचारियों को निशाना बनाया जा रहा है और अधिकारियों को बचाया जा रहा है.
एसआईटी करेगी पूरे मामले की जांच:राजनांदगांव (रेंज) के पुलिस महानिरीक्षक दीपक झा ने रत्नाकर की आत्महत्या की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है और 10 दिनों में रिपोर्ट मांगी है. पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं की जांच राजनांदगांव शहर के पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र नायक को सौंप दी है. गर्ग ने बुधवार को कहा कि जिला पुलिस बल कांस्टेबल संवर्ग चयन परीक्षा 2023-24 की भर्ती प्रक्रिया को रद्द करने का आदेश राज्य सरकार से अभी तक नहीं मिला है.
रमन सिंह ने कहा भर्ती रद्द करना सराहनीय काम: पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने भर्ती प्रक्रिया रद्द करने के राज्य सरकार के फैसले का स्वागत किया. रमन सिंह ने कहा "सुशासन दिवस के अवसर पर सीएम विष्णुदेव साय के नेतृत्व में गृह मंत्री विजय शर्मा ने राजनांदगांव पुलिस भर्ती मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए पूरी भर्ती को रद्द करने का सराहनीय निर्णय लिया." उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी के गठन का निर्देश दिया है. "सुशासन की इस सरकार में किसी भी तरह की लापरवाही या भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा."