छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

राजनांदगांव जिला जेल हुआ हाईटेक,जानिए किस मामले में है दूसरे जेलों से अलग ?

Online Facility To Meet Prisoners राजनांदगांव जिला जेल ने बंदियों के परिजनों के लिए नई पहल की शुरुआत की है. जेल के बंदियों से मिलने के लिए अब परिजनों को लंबी लाइन नहीं लगानी होगी.इसके लिए अब एप के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करके संबंधित बंदी से परिजन दी गई तारीख और समय पर मुलाकात कर सकते है.

Online Facility To Meet Prisoners
राजनांदगांव जिला जेल हुआ हाईटेक

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 24, 2024, 7:20 PM IST

राजनांदगांव जिला जेल हुआ हाईटेक

राजनांदगांव : किसी भी जेल के अंदर बंद सगे संबंधियों से मिलना परिजनों के लिए मुश्किल भरा होता है.क्योंकि कई बार परिजन महीनों तक बंदियों से मिल नहीं पाते. लेकिन छत्तीसगढ़ में अब एक जेल इस मामले में दूसरे जेलों से आगे निकल गई है.इस जेल में बंद बंदियों से मिलने के लिए उनके परिजनों को परेशानी नहीं उठानी पड़ती है.क्योंकि इस जेल में ऐसी व्यवस्था शुरु की गई है कि परिजन ऑनलाइन माध्यम से आवेदन देकर निर्धारित तिथि और समय पर परिजन से मुलाकात कर सकते हैं.

ऑनलाइन आवेदन करने पर मिलेगी सुविधा : जिला जेल में बंदियों से मुलाकात करने के लिए नई पहल की शुरुआत की गई है. जिसमें अब फोन पर ऑनलाइन आवेदन के बाद बंदी से मिलने के लिए तारीख और समय मिल जाया करेगा. इसके बाद परिजन ओटीपी दिखाकर जेल में बंद अपने परिचितों से मुलाकात कर सकते हैं. जेल जाकर उन्हें लाइन लगाकर लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा.राजनांदगांव जिला जेल अधीक्षक अक्षय सिंह राजपूत ने बताया कि जिला जेल में दोनों ही प्रक्रिया लागू है. अभी एक नई पहल की गई है. जिसमें बंदी मुलाकात का जो ऑप्शन है उसको ओपन किया गया है.

''बंदी के परिजन हैं वह घर से अपने मोबाइल के माध्यम से ईप्रीजन सॉफ्टवेयर में अपना मुलाकात दर्ज करवा सकते हैं. इसके लिए उन्हें जेल जाकर कतार में लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ऑनलाइन बंदी का डिटेल डालकर इस फॉर्म को भर सकते हैं. इसके बाद एक ओटीपी आएगा. जिसे दिखाकर वो मुलाकात कर सकते हैं.'' - अक्षय सिंह राजपूत, जेल अधीक्षक

ओटीपी दिखाने के बाद मिलेगी एंट्री:जेल के अंदर अब भी पहले की तरह कैदियों से मिलने की सुविधा शुरु है.लेकिन एक नई पहल के तहत ये प्रक्रिया शुरु की गई है.जिसमें बंदी के परिजनों को लंबी लाइन लगाने की जरुरत नहीं होगी.जिला जेल में मिलने वाली इस सुविधा का बंदियों के परिजनों ने भी स्वागत किया है.क्योंकि कई बार लाइन लगाने के दौरान भी मुलाकात का समय खत्म हो जाता था.

जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न, छत्तीसगढ़ के नेताओं ने कही ये बात
कोरबा में 6वीं के छात्र ने की खुदकुशी, क्लास टेस्ट में कम नंबर आने से था परेशान
आईपीएस अंकिता शर्मा ड्रग केस में रायपुर स्पेशल कोर्ट में पेश, वकील के सवाल पर देती रही गोलमोल जवाब

ABOUT THE AUTHOR

...view details