कानपुर: देश भर में भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार और प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ का महत्व लोगों के बीच तक पहुंचाने के उद्देश्य से राजलक्ष्मी उर्फ बुलेट रानी करीब 2000 किलोमीटर की यात्रा कर रविवार को कानपुर पहुंचीं. बुलेट रानी ने कहा कि, उन्होंने अपनी ये यात्रा 9 जनवरी को भदोही से शुरू की थी जो कि 36 जिलों से होकर 22 दिनों में प्रयागराज संगम में समाप्त होगी. मैं सभी देशवासियों से यही कहना चाहती हूं कि इस ऐतिहासिक पावन पर्व में वह ज्यादा से ज्यादा संख्या में प्रयागराज पहुंचें और महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाकर अपने जीवन को पावन करें. बुलेट रानी के नाम कई उपलब्धियां भी दर्ज हैं, आइए जानते हैं.
महाकुंभ का महत्व समझाने निकलीं बुलेट रानी राजलक्ष्मी (video credit; ETV Bharat) ईटीवी भारत संवाददाता से फोन पर बातचीत में बुलेट रानी उर्फ राजलक्ष्मी मांडा ने बताया कि वह मूलरूप से तमिलनाडु के मदुरई की रहने वाली हैं, लेकिन अभी वह भदोही के सुंदरवन में रह रही हैं. बताया कि, वह संन्यासी हैं और भदोही में रामजानकी मंदिर आश्रम में 180 फीट तांबे के शिवलिंग को स्थापित करा रही हैं. उनके परिवार में माता-पिता और वह अकेली बेटी हैं. वह सभी देशवासियों को कुंभ नहाने का आह्वान करते हुए महाकुंभ जा रही हैं. सनातन बोर्ड बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, हम यह चाहते हैं कि हमारी जो भारतीय संस्कृति, जो सनातन धर्म है, इसे बचाने के लिए अगर एक बोर्ड बन जाता है तो काफी अच्छा होगा.
ट्रक खींचने का भी कर चुकी हैं कारनामा : बुलेट रानी ने बताया कि 2022 में एक ट्रक में 9 फीट लंबे और 9 टन के शिवलिंग के साथ भगवान शिव के परिवार को रखकर सभी 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन किए और फिर भदोही में स्थापित करने के लिए यात्रा निकाली थी. इसके साथ ही 2024 में उन्होंने 21000 किलोमीटर की यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में की थी. उन्होंने अपनी यह यात्रा 12 फरवरी को तमिलनाडु के मदुरई से बुलेट के जरिए शुरू की थी. इसके अलावा 2016 में महिला सशक्तिकरण को लेकर उन्होंने 9.30 टन वजनी ट्रक को कंधे से खींचा था. इसके साथ ही 6 टन दांत से और 5 टन बाल से खींचने का रिकॉर्ड भी बनाया है, जो कि गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है.
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धर्म और आस्था पर किसी को विरोध करने का हक नहीं:राजलक्ष्मी उर्फ बुलेट रानी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह अपनी इस यात्रा के दौरान ज्योतिर्लिंगों और संगम के दर्शन का महत्व भी लोगों के बीच तक पहुंचाएंगी. बताएंगी कि संगम में आस्था की डुबकी लगाने का क्या महत्व है. उनकी यह यात्रा वाराणसी, गाजीपुर,अयोध्या,लखनऊ, मुरादाबाद,दिल्ली,मथुरा,इटावा और चित्रकूट होते हुए 20 जनवरी को संगम पहुंचेगी. रविवार को वह कानपुर से चित्रकूट के लिए रवाना हुईं. कहा कि, धर्म और आस्था पर किसी को भी विरोध करने का हक नहीं है. हर किसी व्यक्ति की भगवान को लेकर आस्था है, भक्ति है और भक्ति में शक्ति है. हम भी अपनी आस्था और संस्कृति को बचाने के लिए महाकुंभ में जा रहे है. इस महाकुंभ को लेकर किसी को भी विरोध नहीं करना चाहिए. बल्कि हर किसी को प्रयागराज पहुंचकर गंगा में स्नान करना चाहिए.
राजलक्ष्मी उर्फ बुलेट रानी से जब पूछा गया कि सनातन बोर्ड बनाने को लेकर लगातार मांग की जा रही है, इसको लेकर आप क्या कहेंगी? इस पर उन्होंने कहा कि, मैं इसका पूरी तरह से समर्थन करती हूं देशभर में जो सनातन बोर्ड को बनाने के लिए मांग चल रही है. यह पूरी तरह से सही है. हमारी संस्कृति,मंदिर और सनातन धर्म को बचाने के लिए इस बोर्ड का बनना बहुत जरूरी है. इसका मैं पूरी तरह से समर्थन करती हूं. जल्द से जल्द यह बोर्ड बनना चाहिए. राजलक्ष्मी उर्फ बुलेट रानी की यात्रा जब रविवार को भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय केशव नगर पहुंची तो क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल समेत अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं ने माला पहनाकर उनका जोरदार स्वागत किया. इस अवसर पर जिला अध्यक्ष शिवराम सिंह, जिलाध्यक्ष दीपू पांडे, दिनेश कुशवाहा,अनूप अवस्थी,मनीष त्रिपाठी सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे.
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