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मध्य प्रदेश में छलके डैम, एक साथ खुले मोहनपुरा बांध के 8 गेट, तवा डैम में दिखा धुआंधार नजारा - MP DAMS GATE OPEN - MP DAMS GATE OPEN

जलस्तर बढ़ने से राजगढ़ स्थित मोहनपुरा डैम के 8 गेट खुल गए हैं. 712.815 क्यूमेक पानी नेवज नदी में छोड़ा गया. इधर नर्मदा पुरम जिले के तवा डैम के 13 में से 5 गेट खोल दिए गए हैं.

MOHANPURA DAM 8 GATES OPEN
मोहनपुरा डैम के 8 गेट खुले (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 2, 2024, 10:25 AM IST

Updated : Aug 2, 2024, 2:06 PM IST

राजगढ़/नर्मदापुरम:मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश कई जिलों में मुसीबत का सबब बन रही है, तो कहीं यह लाभदायक भी है. ऐसे में नदी व नालों के साथ साथ जल को सुरक्षित रखने के लिए बनाए गए डैम भी लबालब हैं. जलस्तर का संतुलन बनाए रखने के लिए और सुरक्षा की दृष्टि से डैम के गेट खोलकर पानी की निकासी भी की जा रही है. उसी क्रम में गुरुवार को राजगढ़ जिले की दो सबसे बड़ी सिंचित परियोजनाओं में से एक मोहनपुरा डैम के बढ़ते हुए जल स्तर को देखते हुए 2 गेट 1 मीटर व 6 गेट 0.5 मीटर खोलकर कुल 712.815 क्यूमेक पानी की नेवज नदी में निकासी गई. जिसे देखने के लिए राजगढ़ शहर की आवाम मोहनपुरा डैम पर पहुंची और उसके सुंदर दृश्य को अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया.

मोहनपुरा डैम का सुंदर नजारा (ETV Bharat)

पानी से लबालब राजगढ़ जिला
मौके पर मौजूद राजगढ़ के साइबर ला एक्सपर्ट शकील अंजुम बताते हैं कि, ''ऐसा क्षण देखने के लिए हर कोई तरसता है. खासतौर से यदि हम राजगढ़ जिले की बात करें तो हमने लगभग 15 वर्ष पूर्व वो समय भी देखा है जब हम लोगों ने केवल डैम के नाम ही सुन रखे थे. डैम देखने के लिए जिले से बाहर पलायन होता था. साथ में खेती का कम स्त्रोत होने के कारण रोजगार के लिए भी पलायन करना पड़ता था. राजगढ़ में बंजर जमीन होने के कारण फसल की पैदावार भी सीमित थी. लेकिन अब धीरे धीरे दौर बदल रहा है. जिले में लगभग 4 बड़े डैम बनकर तैयार हैं और पर्याप्त पानी की सुविधा भी है. तो बंजर जमीन पर भी खेती होने लगी है. डैम के पास की भूमि पथरीली है लेकिन यहां होने वाली फलों की खेती वाकई देखने लायक है.''

मोहनपुरा डैम के पास सैलानियों का जमावड़ा
गौरतलब है कि, बारिश के दिनों में राजगढ़ से मोहनपुरा डैम तक जाने वाले रास्ते पर जिले के आसपास के क्षेत्र से डैम पर पहुंचने वाले सैलानियों का जमावड़ा भी लगा रहता है. ऐसे में आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में मक्का के भुट्टे, ककड़ी आदि की खेती करने वाले ग्रामीण भी अपना सामान लेकर रास्ते में बैठते हैं और व्यापार भी करते हैं. उनका मानना होता है कि यह उनके लिए हर दुकानदार की तरह सीजन का समय है और वे इसे गवाना नहीं चाहते.

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तवा डैम के पांच गेट खुले (ETV Bharat)

तवा डैम के 5 गेट खुले
नर्मदा पुरम जिले के पचमढ़ी, तवानगर और कैचमेंट एरिया में भारी बारिश के चलते तवा डैम का जलस्तर 1160 फीट पर पहुंच गया. आज शुक्रवार को तवा डैम के 13 गेटों से 5 गेटों को 5-5 फीट पर खोल दिए हैं. तवा डैम के पांच गेटों से करीब 40 हजार 415 क्यूसेक पानी नर्मदा नदी में छोड़ा जा रहा है. इस सीजन में पहली बार तवा डैम के गेट खोले गए हैं. तवा परियोजना के एसडीओ एनके सूर्यवंशी ने बताया कि, ''भारी बारिश के चलते तवा डैम का जलस्तर बढ़ने से 1160 फीट पहुंच गया. सीजन में पहली बार जुलाई माह में तवा डैम में वाटर लेवल क्षमता से अधिक होने पर डैम के 5-5 गेटों को 5-5 फीट खोला गया है. तवा डेम के गेट खोलने की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में पर्यटक तवा डेम के सुंदर नजारे को देखने पहुंचने लगे हैं.''

Last Updated : Aug 2, 2024, 2:06 PM IST

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