राजगढ़।मध्यप्रदेश की पूर्व कांग्रेस सरकार को गिराकर भाजपा में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस कभी नहीं भूल पाएगी, क्योंकि ये वो क्षण थे जिनमें बढ़ें ही सालों के बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने वापसी करते हुए सरकार बनाई थी, जिसे सिंधिया पलीता लगाते हुए 15 माह में ही गिरा गए. ऐसे में तत्समय से सिंधिया को लेकर शुरू हुई जुबानी जंग थमने का नाम ही नहीं लेती. यदि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की यदि बात करें तो अपने भाषणों में वे कई बार सिंधिया को कायर कहते हुए नजर आए हैं. इस बार भी उन्होंने यही किया, और म्यान से बाहर निकली तलवार का उदाहरण भी दिया.
बहादुर नहीं कायर हैं सिंधिया
दरअसल पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह राजगढ़ जिले के दौरे पर हैं और वो एक के बाद एक कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की बैठक भी ले रहे हैं. उसी क्रम में शनिवार को उन्होंने ब्यावरा में कांग्रेस पदाधिकारी वा कार्यकर्ताओ की बैठक ली और उन्हे संबोधित भी किया. अपने संबोधन में उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया का जिक्र करते हुए कहा कि, ''बहादुरी तो वो होती है की जिससे लड़ाई लड़ रहे हो, जीतो या हारो, लड़ाई जारी रखना चाहिए. जब तलवार म्यान से निकल गई तो वापस क्यों डालते हो, थोड़े से गिर गए तो वापस से चढ़के लड़ाई शुरू क्यों नहीं करते. अब महाराज सिंधिया जिससे चुनाव हारे उसी में शामिल हो गए, ये बहादुरी की निशानी नहीं है ये कायरता की निशानी है.''
Also Read |