जयपुर:दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और आसपास के पाकिस्तान क्षेत्र के ऊपर फिलहाल साइक्लोनिक सिस्टम बना हुआ है. इस कारण जैसलमेर जिले में कहीं-कहीं भारी बारिश होने और राज्य के शेष भागों में छिटपुट स्थानों पर हल्की-मध्यम बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग की जयपुर केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक जोधपुर, बीकानेर संभाग के अधिकांश भागों में 18 अगस्त से बारिश की गतिविधियों में कमी होने और दिन में धूप निकलने की प्रबल संभावना है. इसके अलावा पूर्वी राजस्थान के भी अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों में कमी होने और केवल छिटपुट स्थानों पर हल्की-मध्यम बारिश आगामी 4-5 दिन होने की संभावना है. वहीं कोटा, उदयपुर संभाग के कुछ भागों में 24-25 अगस्त से भारी बारिश की गतिविधियां दर्ज होने की संभावना है.
पढ़ें: राजस्थान में मौसम अपडेट, पश्चिम के बाद अब पूरब में बरसेंगे मेघ
शुक्रवार को हुई मूसलाधार बारिश ने जैसलमेर के नाचना के हालात बिगाड़ दिए हैं. आसपास की ढाणियां बारिश से जलमग्न हो गई. भारी बारिश से ढाणियों के चारो ओर बरसाती पानी जमा हो गया.पानी की निकासी नहीं होने से ग्रामीणों के दहशत का माहौल बताया जा रहा है. कानसिंह, हरजीराम मेघवालों की ढाणी के ग्रामीण लगातार अधिकारियों से संपर्क कर पानी निकासी की मांग कर रहे हैं.
नाचना में 140 मिली मीटर बारिश:मौसम विभाग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार रात तक हुई बरसात के बाद प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश जैसलमेर में दर्ज की गई. जिले के नाचना में इस दौरान 140 मिली मीटर पानी गिरा तो चांघन में 128 mm, पोकरण में 123mm, मोहनगढ़ 113 mm बरसात हुई. वहीं पूर्वी राजस्थान के बारां जिले के मांगरोल कस्बे में 30 mm बारिश दर्ज की गई. पिछले 24 घंटों में राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 36.1 डिग्री से. श्रीगंगानगर और सर्वाधिक न्यूनतम तापमान 27.8 डिग्री धौलपुर में दर्ज किया गया.
चार जिले बारिश के लिए तरसे: प्रदेश में जहां इस बार बारिश का आंकड़ा औसत से ऊपर रहा है. वहीं राज्य के चार जिलों में औसत से भी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. इनमें सिरोही जिले में 24% तक, तो उदयपुर में 25 फीसदी और बांसवाड़ा डूंगरपुर में समान्य से 30 फ़ीसदी तक कम बारिश दर्ज हुई है. सामान्य से ज्यादा बारिश वाले जिलों में जैसलमेर में 171%, दौसा में 140%, टोंक में 111%, बीकानेर में 110 और करौली में 105 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है.