जयपुर. हर घर तक नल से जल पहुंचाने की केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना जल जीवन मिशन में 20 हजार करोड़ रुपए के घोटाले के आरोपों की जांच कर रही ईडी ने अब एक कारोबारी को हिरासत में लिया है. कारोबारी से ईडी के अधिकारी पांच घंटे से पूछताछ में जुटे हैं और संभावना जताई जा रही है कि कारोबारी को गिरफ्तार भी किया जा सकता है.
यह कारोबारी पूर्व पीएचईडी मंत्री डॉ. महेश जोशी का करीबी है. उससे इस मामले में ईडी पहले भी पूछताछ कर सकती है. ईडी उसे गिरफ्तार करती है तो पूर्व मंत्री डॉ. महेश जोशी की चिंता बढ़ सकती है. इस मामले में ईडी ने महेश जोशी को भी नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वे ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए. ईडी के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि कारोबारी से जल जीवन मिशन घोटाले में अवैध रूप से धन के लेनदेन को लेकर पूछताछ की जा रही है.
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दो ठेकेदार और बेटे को ईडी ने किया था गिरफ्तार : जल जीवन मिशन में घोटाले के मामले को लेकर ईडी पहले ठेकेदार पदमचंद जैन, उसके बेटे पीयूष जैन और पदमचंद जैन के रिश्तेदार महेश मित्तल को गिरफ्तार कर चुकी है. पदमचंद और महेश मित्तल पीएचईडी के ठेकेदार हैं. उन पर फर्जी दस्तावेज से टेंडर लेने के आरोप हैं, जबकि पदमचंद के बेटे पीयूष जैन के खातों से बड़े पैमाने पर ट्रांजेक्शन के चलते ईडी ने उसे गिरफ्तार किया था.
अब तक तीन पकड़े, सभी रिश्तेदार : दरअसल, जल जीवन मिशन में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार का मामला तब सामने आया था. जब एसीबी ने अधिकारियों को ठेकेदार पदमचंद जैन से रिश्वत लेते पकड़ा था. बाद में इस मामले में बड़े पैमाने पर धन के लेन-देन को लेकर ईडी ने धनशोधन निवारण कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया. सबसे पहली गिरफ्तारी पदमचंद जैन के बेटे पीयूष जैन की हुई. फिर पिछले दिनों ईडी ने पदमचंद जैन और महेश मित्तल को गिरफ्तार किया था.