जयपुर : पुलिस कंट्रोल रूम को शुक्रवार देर रात बाद एक फोन के जरिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी मिली है. कंट्रोल रूम से दी गई सूचना के मुताबिक रात को 12:45 और फिर 12:50 पर उन्हें एक फोन कॉल आया था. वहीं, गृहमंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि इस मामले में डीजी जेल को निर्देश दिए गए, जिसके बाद आईजी जेल विक्रम सिंह को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
डीएसपी चारुल गुप्ता की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक फोन नंबर 7424875203 से किसी शख्स ने दो बार फोन किया और रात 12 से पहले मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी दी. जब इस फोन कॉल की लोकेशन पता की गई तो दौसा की विशिष्ट कारागार श्यालावास जेल की मिली. इसके बाद पुलिस ने जेल पर भी छापा मारा.
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रात 1 बजे से 8 बजे तक चलाया सर्च अभियान :दौसा एडिशनल एसपी और नांगलराजावतान डीएसपी चारुल गुप्ता करीब 100 से अधिक पुलिस कर्मियों के साथ श्यालवास जेल में पहुंचे, जहां उन्होंने जेल में सर्च अभियान चलाया. डीएसपी चारुल गुप्ता ने बताया कि मामले की सूचना लगते ही जाप्ते के साथ जेल में पहुंचे, जहां से धमकी भरा कॉल करने वाले आरोपी के कब्जे से एक सिम और फोन बरामद किया है. जेल में सुबह 8 बजे तक सर्च अभियान के दौरान सिर्फ एक मोबाइल ही मिला है. इसके अलावा कोई संदिग्ध सामग्री जेल से नहीं मिली है.
एक ही जेल से दो बार मिली धमकी :दौसा जेल में छापा मारने के बाद पुलिस को पॉक्सो एक्ट के आरोपी से एक मोबाइल बरामद हुआ है. आरोपी अलवर का रहने वाला है, अब पुलिस इस बात का पता लग रही है कि जेल तक यह मोबाइल कैसे पहुंचा गौरतलब है कि इससे पहले गतवर्ष जुलाई माह में भी मुख्यमंत्री को इसी जेल से धमकी भरा कॉल भेजा गया था. साथ ही पुलिस इस बात की जानकारी भी जुटा रही है कि किस मन्तव्य से आरोपी ने मुख्यमंत्री के नाम धमकी भरा कॉल किया था.
जवाहर सिंह बेढम ने जांच करने की बात कही :राजस्थान के गृह मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि दौसा जेल में रिंकू उर्फ रणवा पॉक्सो एक्ट के तहत जेल में बंद है, उसने मोबाइल के जरिए कल कंट्रोल रूम में कॉल कर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की हत्या की धमकी दी. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया. गृह मंत्री ने बताया कि डीजी जेल को निर्देश दिए गए, जिसके बाद आईजी जेल विक्रम सिंह को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उन्होंने सवाल उठाया कि अपराधी के पास मोबाइल कैसे पहुंचा, जबकि घटना से एक घंटे पहले ही पुलिस ने जेल की तलाशी ली थी. उन्होंने आशंका जताई कि जेल के अंदर कोई अधिकारी भी इसमें शामिल हो सकता है. उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार सख्त कार्रवाई करेगी ताकि आगे ऐसी घटनाएं न हो सकें.