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Rajasthan: वोटर कार्ड में नाम सही करवाने और जुड़वाने का मौका, इस तारीख से चलेगा अभियान - VOTER NAME CORRECTION

मतदाताओं के लिए अच्छी खबर. वोटर कार्ड में नाम सही करवाने और जुड़वाने का मौका. इस तारीख से चलेगा अभियान.

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मतदाताओं के लिए अच्छी खबर (ETV Bharat Jaipur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 4, 2024, 9:07 PM IST

जयपुर: राजस्थान के मतदाताओं के लिए अच्छी खबर है. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर प्रदेश में 193 विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूचियों को त्रुटिरहित बनाने के लिए विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसएसआर)-2025 अभियान शुरू हो गया है. अभियान के तहत अब जो नागरिक 1 जनवरी, 2025 को 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर रहे हैं, वे नाम मतदाता सूची में जुड़वा सकते हैं.

इसके अतिरिक्त, 17 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के ऐसे मतदाता, जो वर्ष 2025 के 1 अप्रैल, 1 जुलाई, 1 अक्टूबर 2025 को 18 वर्ष की आयु पूरी कर मतदाता होने की पात्रता प्राप्त कर रहे हैं, वे भी वीएचए एप अथवा बीएलओ अथवा वोटर सर्विस पोर्टल के माध्यम से प्रारूप-6 में अग्रिम आवेदन कर सकते हैं.

28 नवंबर तक मौका : मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने सोमवार को प्रदेश में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ इस विषय पर बैठक में कहा कि एसएसआर अभियान के तहत आयोजित होने वाली विशेष बैठकों में अधिक से अधिक लोगों को हिस्सा लेना चाहिए. साथ ही मतदाता सूचियों में नाम जोड़ने, हटाने, मतदाताओं के पते, जन्मतिथि, फोटो आदि में संशोधन के कार्य में आवेदन प्रस्तुत कर सूचियों को त्रुटिरहित बनाने में सहयोग करना चाहिए.

उन्होंने बताया कि आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तारीख 28 नवम्बर है. महाजन ने कहा कि एसएसआर अभियान के तहत आगामी 9 और 23 नवम्बर को प्रारूप मतदाता सूचियों का ग्राम सभाओं, वार्ड अथवा आवासीय वेलफेयर सोसायटी की विशेष बैठकों में पठन और सत्यापन किया जाएगा. उन्होंने मतदाता सूचियों में नए नाम जोड़ने और इनके शुद्धिकरण के कार्य में राजनैतिक दलों और आम लोगों से भागीदारी की अपील की है. उन्होंने बताया कि ग्राम अथवा वार्ड सभा की बैठकों के अतिरिक्त मतदान केन्द्रों पर भी 10 और 24 नवम्बर को सम्बंधित बीएलओ राजनैतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट और आम लोगों के साथ बैठकों का आयोजन करेंगे, जिनमें सूचियों के पठन और सत्यापन कार्य किया जाएगा.

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मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, इन बैठकों के दौरान मतदाता सूचियों पर दावे-आपतियां और संशोधन के लिए आवेदन अथवा सुझाव दिए जा सकेंगे. उन्होंने राजनैतिक दलों से सभी मतदान केन्द्रों के लिए अपने बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) नियोजित करने और उन्हें इस प्रक्रिया तथा प्रस्तावित बैठकों में भाग लेने के लिए निर्देशित करने का आग्रह किया.

इस तरह से जुड़वा सकते हैं नाम : महाजन ने बताया कि प्रारूप मतदाता सूचियों पर सभी दावों और आपतियां का निस्तारण 24 दिसम्बर तक किया जाएगा, साथ ही अंतिम मतदाता सूचियों का प्रकाशन 6 जनवरी, 2025 को होगा. एसएसआर अभियान-2025 के तहत सूचियों में नाम जोड़ने के लिए पात्रता तिथि 1 जनवरी, 2025 निर्धारित की गई है. मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए बीएलओ को फॉर्म-6 प्रस्तुत करने के विकल्प के रूप में नए मतदाता वोटर हेल्पलाइन एप (वीएचए) का उपयोग कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि पात्र आवेदकों के लिए एप के जरिए ऑनलाइन आवेदन अधिक सुविधाजनक और त्रुटिरहित प्रक्रिया है.

बता दें कि वर्तमान में राजस्थान विधानसभा के जिन 7 क्षेत्रों उपचुनाव की प्रक्रिया चल रही हैं, वहां मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण का कार्यक्रम बाद में घोषित किया जाएगा. ये निर्वाचन क्षेत्र हैं: झुझुनूं, रामगढ़ (अलवर), दौसा, देवली-उनियारा (टोंक), खींवसर (नागौर), सलूम्बर (अनुसूचित जनजाति) (सलूम्बर) और चौरासी (अनुसूचित जनजाति) (डूंगरपुर).

मतदाताओं का घर-घर सत्यापन : राजस्थान में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, एसएसआर कार्यक्रम पूर्व गतिविधियों के तहत सभी जिलों में बीएलओ द्वारा शत-प्रतिशत मतदाताओं का घर-घर सत्यापन किया गया सत्यापन अभियान के दौरान राज्यभर में सभी बीएलओ की ओर से 30 सितंबर 2024 तक कुल 5.35 करोड़ मतदाताओं का सत्यापन किया गया. इस क्रम में 2,20,324 मतदाता अनुपस्थित, 1,52,025 मतदाता मृत, 1,11,061 दूसरे पते पर स्थानांतरित और 20,272 मतदाताओं के नाम दोहरी प्रविष्टि के रूप में चिन्हित किए गए.

मतदान केन्द्रों का पुनर्गठन : एसएसआर कार्यक्रम के तहत सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (ईआरओ) की ओर से मतदान केन्द्रों के भौतिक सत्यापन किया गया है. साथ ही, अधिक मतदाताओं की संख्या वाले मतदान केन्द्रों के पुनर्गठन और आवश्यकता होने पर मतदान केन्द्रों के भवन परिवर्तन के विषय मे कार्यवाही की है. इस क्रम में, नए राजस्व गावों में 300 से अधिक मतदाता होने और किसी केन्द्र पर 1,500 से अधिक मतदाता होने पर नए मतदान केन्द्र गठित किए गए हैं. आयोग से अनुमोदन के बाद राज्य में कुल 716 मतदान केन्द्र नवसृजित किए गए हैं. इनमें से 384 मतदान केन्द्र राजस्व ग्रामों में साथ ही 332 अन्य कारणों से सृजित तथा 3 मतदान केन्द्र समाहित किए गए हैं. अब प्रदेश में मतदान केन्द्रों की संख्या 52,469 हो गई है. कुल 357 मतदान केन्द्रों के भवन परिवर्तन किए गए हैं.

राज्य के 193 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की प्रारूप मतदाता सूची में 2,67,85,372 पुरूष मतदाता, 2,47,56,276 महिला मतदाता, 645 थर्ड जेंडर मतदाता एवं 1,32,865 सेवा नियोजित मतदाता सहित कुल 5.17 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं. इसी प्रकार, उपचुनाव वाले 7 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में नामांकन की अंतिम तिथि को प्रकाशित एकीकृत मतदाता सूची में 10,04,736 पुरूष मतदाता, 9,32,742 महिला मतदाता, 7 थर्ड जेंडर मतदाता और 5,464 सेवा नियोजित मतदाता सहित कुल 19.42 लाख मतदाता पंजीकृत हैं.

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