जयपुर.राजस्थान विधानसभा में गुरुवार को बायतु से कांग्रेस के विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि इस बजट में महलों और ठाकुरों के लिए तो बहुत कुछ है. इस बीच शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने पूछा कि तो फिर रिफाइनरी कौन खा गया? उसके बाद हरीश चौधरी के बयान को लेकर सत्ता पक्ष ने हंगामा किया. उनके इस बयान को कार्रवाई से हटाने की मांग की.
दरअसल, जनजातीय क्षेत्रीय विकास व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता पर विचार के दौरान कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि बजट में जो तमाम हालात बने हुए हैं. बड़े-बड़े महलों और ठाकुरों के लिए तो बहुत कुछ है. तभी निर्दलीय विधायक ने पूछा कि रिफाइनरी कौन खा गया. इस दौरान सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा किया. आसान पर सभापति संदीप शर्मा ने बोलने के लिए विधायक अर्जुनराम जीनगर का नाम पुकारा. लेकिन दोनों तरफ से हंगामा होता रहा.
इसे भी पढ़ें -आदिवासियों के DNA टेस्ट वाले बयान पर बोले दिलावर, मेरी जाति के हैं आदिवासी बंधु, सदन में जताया खेद - Dilawar expressed regret
हरीश चौधरी ने कहा कि यह रिफाइनरी कौन खा गया. यह भी पता है. चिल्लाने से कुछ नहीं होगा. हिम्मत है तो वहां जाकर बात कर लो. करना है, जो कर लो, लेकिन मजदूर की आवाज दबा नहीं सकते हैं. चौधरी डरकर इन लोगों के आगे नहीं झुकेगा. हम लोग राजनीतिक ताकत के लिए इनके सामने नहीं झुकेंगे. ये कितने ही खड़े हो जाएं. ये आवाज नहीं दबा सकते हैं. मजदूर की आवाज नहीं दबा सकते हैं. किसानों की आवाज नहीं दबा सकते हैं.
हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल बोलने के लिए खड़े. उन्होंने सभापति को संबोधित करते हुए कहा कि हम सब एक हैं. किसी वर्ग को, यहां किसी समाज को अगर संबोधित करके बोला गया है. इससे किसी की भावनाएं आहत होती है. उन्होंने मांग की, कि इस हिस्से को सदन की कार्रवाई से हटाया जाए. सभापति के आसन पर मौजूद संदीप शर्मा ने कहा कि ऐसा कुछ जो सदन के लिए अनुकूल नहीं है, उसे हटाया जाए.