जयपुर : प्रदेश की भजनलाल सरकार 19 फरवरी को अपना बजट पेश करने जा रही है. इस बजट से हर सेक्टर को कुछ न कुछ उम्मीदें हैं, जिससे उन्हें राहत मिल सके. इसी तरह इस बार भजनलाल सरकार के बजट से खेल और खिलाड़ियों को भी काफी उम्मीदें हैं, जिसमें खासतौर पर जिलों में कोच लगाना और खिलाड़ियों के लिए हर जिले में खेल से जुड़ा बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल है.
राजस्थान बास्केटबॉल के पूर्व कप्तान दानवीर सिंह भाटी का कहना है कि राजस्थान में विभिन्न खेलों से जुड़े खिलाड़ियों को कोच की जरूरत है. राजस्थान में जिलों की संख्या 41 हो गई है, लेकिन आज भी खिलाड़ी कोच के लिए तरस रहे हैं. मौजूदा समय में हालात यह हैं कि जितने खेल हैं, उतने कोच राजस्थान में मौजूद ही नहीं हैं. ऐसे में यदि सरकार इस विषय पर बजट में फोकस करें तो खिलाड़ियों को काफी राहत मिल सकती है.
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1600 से अधिक कोच की जरुरत :दानवीर सिंह भाटी का कहना है कि खेल परिषद में 41 खेलों को मान्यता दी गई है. यदि हर जिले में हर खेल का एक-एक कोच लगाया जाए तो राजस्थान के 1600 से अधिक कोच की जरूरत पड़ेगी, जबकि मौजूदा समय में राजस्थान में महज 60 से 62 कोच ही लगे हुए हैं. ऐसे में बिना कोच के खिलाड़ी किस तरह तैयारी करेंगे, यह समझ से परे हैं. इससे पहले भी हमने कई बार सरकार को इस मामले को लेकर अवगत कराया है, लेकिन कोच की संख्या बढ़ाने को लेकर अभी तक इसी तरह के कोई कदम नहीं उठाया गया है.
मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर :दानवीर सिंह भाटी का कहना है कि राजस्थान में जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम के अलावा खिलाड़ियों के लिए अन्य कहीं भी खेलों से जुड़ा मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद नहीं है, लेकिन उम्मीद रहती है कि राजस्थान के खिलाड़ी नेशनल और इंटरनेशनल खेलों में पदक जीतेंगे. जब तक खिलाड़ियों को बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और खेलों से जुड़े उपकरण और अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं होंगी, तब तक खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद बेकार है.
हमने सुझाव दिए :वहीं, खेल परिषद के अध्यक्ष नीरज के पवन का कहना है कि खिलाड़ियों को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ प्री बजट बैठक में भी खेल से जुड़े कई सुझाव दिए गए थे. उम्मीद है कि इस बार खेलों को लेकर बड़ी घोषणाएं सरकार करेगी ताकि राजस्थान में खेलों के स्तर को और अधिक सुधरा जा सके.