उदयपुर :राजस्थान की 7 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी ने भी अपने प्रत्याशियों का ऐलान बुधवार देर रात को कर दिया है. उदयपुर की सलूंबर विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी ने रेशमा मीणा को मैदान में उतारा है. यहां से कांग्रेस पार्टी ने अपने दिग्गज नेता रघुवीर मीणा का टिकट काटा है. अब सलूंबर विधानसभा सीट का चुनाव भी रोचक हो गया है. यहां भाजपा ने दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी को मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने उनके सामने रेशमा मीणा को उतार कर मुकाबला को रोचक बना दिया है.
रघुवीर मीणा का टिकट कटा :सलूंबर विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी ने अपनी रणनीति बदलते हुए दिग्गज नेता रघुवीर मीणा की टिकट काटते हुए रेशमा को मैदान में उतारना उचित समझा है. यहां कांग्रेस पार्टी से रघुवीर मीणा लंबे अरसे से चुनाव लड़ते हुए आ रहे हैं अब उनके परिवार से दूर पार्टी ने बाहर जाकर टिकट दिया है. भाजपा के सहानुभूति और महिला कार्ड को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने भी महिला प्रत्याशी को उतारा है. पार्टी ने विधानसभा चुनाव-2018 में बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ीं रेशमा मीणा को टिकट दिया है. रेशमा 2018 के चुनाव के बाद पार्टी से निष्कासित थीं और वापसी पिछले ही साल हुए विधानसभा चुनाव में की थी. सलूंबर सीट से पूर्व सांसद और पूर्व विधायक रघुवीर सिंह मीणा और उनकी पत्नी पूर्व विधायक बसंती देवी की मजबूत दावेदारी थी. हालांकि, भाजपा सलूंबर सीट पर पिछली 3 चुनाव जीत चुकी है. बता दें, भाजपा ने दिवंगत विधायक अमृतमीणा की पत्नी शांता देवी को टिकट देकर सहानुभूति और महिला कार्ड खेला है. ऐसे में दोनों प्रमुख पार्टियों में महिला बनाम महिला का मुकाबला होगा.
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टिकट कटने के बाद क्या बोले मीणा :सलूंबर विधानसभा सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रघुवीर मीणा की टिकट कटने के बाद उनका एक बड़ा बयान सामने आया है. रघुवीर मीणा ने अपने गांव में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कहा कि कुछ नेता आदिवासी नेताओं को मारने का काम कर रहे हैं. कुछ गुटबाजी कर कांग्रेस पार्टी का अस्तित्व खत्म करने में लगे हैं. रघुवीर मीणा ने कहा कि 2018 के चुनाव में जब मैं कांग्रेस का उम्मीदवार था तब रेशमा मीणा निर्दलीय चुनाव लड़ीं और मुझे चुनाव हराया था. उसके बाद पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ी थी उसमें कांग्रेस पार्टी को हराया था. पांच साल गुजरे नहीं और उनको टिकट पकड़ा दिया. मीणा ने कहा कि इससे पहले उनको कांग्रेस ने पार्टी से बाहर कर दिया था. बिना किसी आवेदन के पार्टी में ले लिया.
कौन है रेशमा मीणा :जयसमंद पंचायत समिति सदस्य रेशमा ने डबल एमए कर रखा है. 53 साल की रेशमा मीणा सराड़ा पंचायत समिति में पहले दो बार प्रधान रह चुकी हैं. 2018 में रघुवीर सिंह मीणा के सामने बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था और स्वयं भी हारी और रघुवीर मीणा भी हार गए थे. इसके बाद पार्टी ने इनको निष्कासित कर दिया था. बाद में अगले चुनाव से पहले पार्टी ने इन्हें वापस शामिल कर लिया था. अभी वे उदयपुर देहात कांग्रेस में सचिव भी हैं.
सलूंबर में कांग्रेस ने रेशम मीणा पर खेला दाव :बता दें कि टिकट घोषणा के बाद पार्टी में विरोध देखने को भी मिल रहा है. सराड़ा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को एक लेटर लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा में ब्लॉक अध्यक्ष कांग्रेस गणेश चौधरी ने बताया कि पूर्व में तीन बार जिसने रघुवीर मीणा को हराने का काम किया उसी को पार्टी ने टिकट दिया है. इससे हम कार्यकर्ता खून के आंसू रो रहे हैं. इसके कारण हम पार्टी का साथ नहीं दे सकते और मैं इस पद से इस्तीफा देता हूं.