पटनाःभारतीय रेल देश का सबसे बड़ा नेटवर्क है. करोड़ों रेल यात्री प्रतिदिन सफर करते हैं. फेस्टिवल के समय में तो रेल यात्री पहले से टिकट लेना शुरू कर देते हैं .जब ट्रेनों में सीट फुल हो जाती है तो कई यात्रि वेटिंग लिस्ट का टिकट लेते हैं. ऐसे में क्या आपको पता है कि वेटिंग टिकट पर कई तरह के कोड लिखे होते है और इस कोड का क्या मतलब है?
कोड वर्ड का मतलब क्या है? टिकट पर लिखे गए कोड का कुछ न कुछ मतलब होता है. इसके बारे में कोई और नहीं बल्कि रेलवे विभाग में काम करने वाले कर्मचारी बता रहे हैं. पटना जंक्शन पर टिकट काउंटर कर्मचारी विजय कुमार ने इसके बारे में खास जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रेलवे टिकट में कोड वर्ड का मतलब क्या है?
वेटिंग लिस्ट होने पर क्या करें? विजय कुमार ने बताया कि रेल यात्रियों को वेटिंग लिस्ट में अगर टिकट मिलता है तो इससे घबराना नहीं चाहिए. कई बार कंफर्म टिकट वाले यात्री अपना टिकट रद्द कर देते हैं. ऐसे में वेटिंग लिस्ट में पहले स्थान पर रहने वाले यात्रियों का टिकट कंफर्म हो जाता है. उन्होंने बताया कि रेल टिकट में कई प्रकार की वेटिंग लिस्ट होती है और हर टिकट पर अलग कोड लिखा होता है.
"एक साथ चार व्यक्ति की टिकट बुकिंग की जाती है तो एक PNR नंबर होता है. उस स्थिति में अगर दो लोगों का कंफर्म सीट हो जाता है तो उस दरमियां चारों लोग बैठ यात्रा कर सकते हैं. IRCTC के वेबसाइट से टिकट बुकिंग में वेटिंग है और कंफर्म नहीं हुआ तो यह कैंसिल हो जाएगा. रेलवे काउंटर से लिया गया वेटिंग टिकट कंफर्म नहीं हुआ तो भी यात्रा कर सकते हैं लेकिन सीट नहीं मिलेगी."-विजय कुमार, टिकट काउंटर कर्मचारी
WL का अर्थः WL यानि वेटिंग लिस्ट, यह वेटिंग लिस्ट का सबसे आम कोड होता है. इस कोड का मतलब है कि आपका वेटिंग टिकट कंफर्म होने की संभावना सबसे अधिक होती है. इसमें आपको आरएसी (RAC ) भी मिल सकता है. RAC का मतलब रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन है. एक बर्थ पर दो पैसेंजर को यात्रा कराया जा सकता है. यानि आधी सीट मिलेगी.