रायबरेली :डलमऊ इलाके में दीपावली की रात प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के 2 गुटों में मारपीट हो गई थी. सुलह कराने के लिए दोनों पक्षों को घुरवारा पुलिस चौकी पर बुलाया गया था. पुलिस के अनुसार इस दौरान रिटायर्ड फौजी ने चौकी इंचार्ज समेत अन्य पुलिसकर्मियों को पीट दिया. पुलिस ने मामले में कार्रवाई की. वहीं दूसरी ओर रिटायर्ड फौजी ने चौकी इंचार्ज समेत अन्य पुलिस कर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया. कहा कि उसे कमरे में बंदकर आतंकवादियों की तरह पीटा गया.
पुलिस ने इतना मारा कि जिंदगी भर भूल नहीं सकूंगा :मीडिया के सामने रिटायर्ड फौजी इंदल सिंह ने कहा कि वह घर पहुंचे. इसके बाद बच्चे मार्केट गए. इसी दौरान बच्चों में लड़ाई हो गई. यह चौकी के पास की घटना है. हमने चौकी इंचार्ज हिमांशु मलिक से शिकायत की. कहा कि चौकी के पास घटना हो रही है. अगर दूर-दराज में होती तो पता भी नहीं चलता. इतना कहने के बाद 4 कांस्टेबल 2 एसआई ने मुझे चारों तरफ से घेर लिया. चौकी में बने कमरे में मुझे लेकर गए. कहने लगे कि मेरा बयान लेना है. मेरे साथ वो सलूक किया जिसे मैं बता नहीं सकता हू. मुझे इतना मारा है कि जिंदगी में मैं कभी उस चीज को भूल नहीं सकता हू. मैं सीएम योगी जी से ये कहना चाहूंगा कि अगर हर रिटायर्ड फौजी के साथ ये होता रहा तो क्या ये देश चलेगा, प्रदेश चलेगा. पुलिस ने मुझे आतंकवादी की तरह मारा.
सीओ बोले- पुलिस ने नहीं की मारपीट :क्षेत्राधिकारी अरुण नोवहार ने कहा कि पुलिस द्वारा कोई मारपीट नहीं की गई है. अभियुक्त द्वारा दिया गया बयान मीडिया में हाइलाइट होने के लिए दिया गया है. पुलिस ने इनके विरुद्ध थाने में असलहा व अन्य हथियार लाने व पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट करने के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया था. इसकी जांच अभी चल रही है.