भागलपुर : तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के छात्र-छात्राएं तीन दिनों से अनशन पर बैठे हुए हैं. आज उनका अनशन का चौथा दिन है. इस दौरान छात्राएं बीमार पड़ने लगी हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है. बावजूद इसके विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. कुलपति ने साफ तौर पर कह दिया है कि छात्रों की मांगें नहीं मानी जाएंगी.
अनशन पर बैठे छात्र-छात्राएं : अब तक 25 छात्राएं और 22 छात्र आमरण अनशन पर बैठे हैं. हिंदी विभाग पिछले 5 दिनों से बंद है और पढ़ाई भी ठप पड़ी है. तीसरी रात भी छात्र-छात्राएं प्रबंधन की ओर टकटकी लगाए बैठे रहे, लेकिन जवाब में सिर्फ यही सुनने को मिला कि शिक्षक दिव्यानंद का तबादला रद्द नहीं होगा.
वीडियो, विवाद और शिक्षक का तबादला : हिंदी विभाग के शिक्षक दिव्यानंद का जन्मदिन हाल ही में तलवार से केक काटकर मनाया गया था. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद कुलपति ने जांच कमिटी बनाई थी. कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर दिव्यानंद का तबादला नारायणपुर कॉलेज में कर दिया गया. छात्र-छात्राएं इस निर्णय के खिलाफ अनशन पर बैठ गए हैं. उनका कहना है कि शिक्षक दिव्यानंद एक सरल व्यक्ति हैं और केक काटने की गलती छात्रों की थी, न कि उनके शिक्षक की.
कुलपति का बयान और प्रशासन का रुख : कुलपति प्रोफेसर जवाहरलाल ने कहा कि अगर छात्र बीमार पड़ रहे हैं तो यह उनकी गलती है, और विश्वविद्यालय अपना आदेश वापस नहीं ले सकता है. उनका कहना था कि शिक्षक ने गलती की थी, और नियमावली के तहत उनका तबादला किया गया है. विश्वविद्यालय प्रबंधन छात्रों को समझाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन छात्रों का विरोध जारी है.