लखनऊ:नए साल में उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी बदली हुई नजर आएगी. 100 से अधिक IAS अधिकारियों के प्रमोशन तय हो गए हैं. प्रमोशन होते ही इन सारे अफसरों को नई पोस्टिंग दी जाएगी. इसमें चार बड़े जिलों के DM भी बदले जाएंगे. इसके अलावा ब्यूरोक्रेसी में हर स्तर पर बड़े परिवर्तन जनवरी में दिखाई देने लगेंगे. IAS अफसरों की डीपीसी के लिए बैठक मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई. विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस गर्ग और प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक एम देवराज शामिल हुए. इसमें सभी की पदोन्नति को हरी झंडी दे दी गई. यह प्रमोशन 1 जनवरी से लागू होंगे.
उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर आईएएस अधिकारियों को नए साल पर प्रमोशन का तोहफा मिल सकता है. इस मामले में मिल रही जानकारी के मुताबिक लगभग 115 आईएएस अधिकारी ऐसे हैं, जिन्हें प्रमोट किया गया है. इसमें 2000, 2009, 2012 और 2021 बैच के आईएएस अधिकारी शामिल हैं. वहीं, यूपी में मौजूदा समय में जिलाधिकारी के पद पर तैनात 5 आईएएस अधिकारियों को कमिश्नर बनाया गया है. इसमें लखनऊ के डीएम सूर्यपाल गंगवार, गाजियाबाद डीएम इंद्र विक्रम सिंह समेत तीन अन्य जिलों के जिलाधिकारी शामिल हैं.
इसी क्रम में 2000 बैच के आईएएस अफसरों को प्रमुख सचिव के पद पर प्रमोट किया गया है. जबकि 2009 बैच के आईएएस अधिकारियों को सचिव रैंक पर प्रमोशन मिला है. वहीं इन सभी आईएएस अधिकारियों का प्रमोशन होने के बाद उन्हें नई जिम्मेदारी भी मिल सकती है. इसके साथ ही 13 साल की सर्विस पूरी होने पर 2012 बैच के करीब 51 आईएएस अधिकारियों को सिलेक्शन ग्रेड दिया जा सकता है. साथ ही चार साल की सर्विस पूरी होने पर 2021 बैच के 17 आईएएस अधिकारियों को सीनियर टाइम स्केल दिया जा सकता है. एक जनवरी को प्रमोशन का आदेश जारी हो जाएगा.