कानपुर: सूबे के लाखों उद्यमियों के लिए उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) की ओर से शानदार खबर सामने आई है. ऐसे उद्यमी जो अपना उद्यम स्थापित करना चाहते हैं लेकिन इसके लिए भूखंड नहीं है, आने वाले साल 2025 में उनकी यह समस्या दूर होने वाली है. वे मनपसंद भूखंड अपने ही जिले में घर बैठे बुक करा सकेंगे. दरअसल, यूपीसीडा की ओर से सूबे के 20 जिलों के अंदर पहले चरण में लैंडबैंक बनाए जाएंगे. 20 जिलों के लिए यूपीसीडा के अफसरों ने 20 हजार एकड़ जमीन चिन्हित कर ली है. सभी जिलों से डीएम ने अनुपयोगी जमीन यूपीसीडा को दिए जाने पर सहमति भी दे दी है. इससे साफ है, कि अब कुछ माह में लाखों उद्यमियों को औद्योगिक इकाई संचालन के लिए भूखंड आसानी से मिल जाएगा.
निवेश मित्र पोर्टल से घर बैठे करा सकेंगे बुकिंग: इस पूरे मामले पर यूपीसीडा सीईओ मयूर माहेश्वरी ने बताया कि जैसे-जैसे सभी जिलों में लैंडबैंक बनते जाएंगे, वैसे-वैसे यूपीसीडा की ओर निवेश मित्र पोर्टल पर भूखंडों की ऑनलाइन जानकारी अपलोड हो जाएगी. इसके बाद संबंधित जिले के उद्यमी, घर बैठे ही पोर्टल से अपनी जरूरत के मुताबिक भूखंड बुक करा सकेंगे. बताया कि प्राधिकरण की ओर से पहली बार लैंडबैंक तैयार करने की कवायद हुई है. जिसका मकसद है, उद्यमियों को भूखंड की टेंशन से छुटकारा मिल जाए. अगर उद्यमी के पास भूखंड होगा, तो फौरन ही औद्योगिक इकाई का संचालन शुरू हो सकेगा. वहीं, इन लैंडबैंक से हजारों की संख्या में जरूरतमंदों को रोजगार भी मिल सकेगा.
इन जिलों में बनेंगे लैंडबैंक: चित्रकूट, बांदा, ललितपुर, हरदोई, कन्नौज, गाजियाबाद, बाराबंकी, एटा, प्रयागराज, प्रतापगढ़ आदि में लैंडबैंक बनाए जाएंगे.
यूपीसीडा से जुड़े इन आंकड़ों को भी जानिए:
- यूपीसीडा से सीधे तौर पर कुल जुड़े जिलों की संख्या: 56
- यूपीसीडा से सीधे तौर पर कुल जुड़े औद्योगिक क्षेत्रों की संख्या: 155
- यूपीसीडा से सीधे तौर पर कुल जुड़े उद्यमियों की संख्या: 40 हजार से अधिक
- यूपीसीडा से उद्यमियों को दी जाने वाली आनलाइन सुविधाओं की संख्या: 30