बरेली : जिले में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सपा का विरोध करते हुए बरेली मंडल की तीन लोकसभा सीटों पर सपा के उम्मीदवार के खिलाफ बीएसपी के मुस्लिम उम्मीदवारों का समर्थन करने का एलान किया है.
उन्होंने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव मुसलमानों के हमदर्द नहीं हैं, बल्कि उन्होंने मुसलमानों को वोट बैंक समझकर रखा है. इतना ही नहीं जिस आजम खान ने समाजवादी पार्टी के लिए खून पसीना बहाया, अब उनके फोटो चुनावी सभाओं से दिखना बंद हो गए हैं. बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने प्रेसवार्ता में समाजवादी पार्टी से नाराजगी व्यक्त करते हुए बरेली की तीन लोकसभा सीटों में से दो पर बीएसपी के मुस्लिम कैंडिडेट का समर्थन करने का एलान किया.
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम जमात से जुड़े उलेमाओं ने सवाल किया है कि इस लोकसभा चुनाव में मुस्लिम समुदाय किसको वोट करे, उसको लेकर फैसला किया गया है. ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने समाजवादी पार्टी पर मुसलमानों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश यादव को दाढ़ी और टोपी से नफरत है. वह मुसलमानों के वोटों की तिजारत कर रहे हैं. उनको मुसलमान का वोट चाहिए लेकिन, मुसलमान के मुद्दों से कोई मतलब नहीं है. समाजवादी पार्टी के चुनावी सभा के मंच से दाढ़ी, टोपी, कुर्ता पहनने वाले मुसलमानों को धक्का देकर उतारा जा रहा है.
इतना ही नहीं मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि बरेली लोकसभा सीट के समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार प्रवीण सिंह ऐरन ने पिछले 5 सालों से मुसलमान के मुद्दों से मुंह फेर कर रखा है और वह कहीं दिखाई नहीं दिए, इसलिए हमने यह फैसला किया है कि बरेली लोकसभा सीट से मुसलमान और दलित मिलकर नोटा का बटन दबाएं और समाजवादी पार्टी का बहिष्कार करें और इसी के साथ समाजवादी पार्टी के लोग साजिश के तहत मुस्लिम राजनीति को खत्म कर रहे हैं.