देहरादून: उत्तराखंड में 19 अप्रैल को पांचों लोकसभा सीटों पर मतदान होना है. ऐसे में मत प्रतिशत को बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग कई कार्यक्रम चला रहा है. जहां एक ओर दिव्यांग और 85+ उम्र के बुजुर्ग मतदाताों को अपने घरों से ही मतदान करवा रहा है तो वहीं अब गर्भवती महिलाएं भी अपना मतदान कर सकेंगी. इसके लिए निर्वाचन आयोग डोली की व्यवस्थाएं करने जा रहा है. ताकि, गर्भवती महिलाएं भी वोट दे सकें.
11,275 दिव्यांग और 85+ आयु वर्ग के लोग डाल चुके मत:बता दें कि उत्तराखंड में 85 साल से ज्यादा आयु और दिव्यांग श्रेणी के 1,28,92 हैं. जिनमें से 11,275 वोटर अपने घरों से ही वोट दे चुके हैं. चुनाव आयोग ने घर से पोस्टल बैलेट से मतदान का पहला चरण पूरा कर लिया है. इस बार चुनाव आयोग मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए तमाम प्रयास कर रही है. इसके तहत गर्भवती महिलाओं मतदाताओं को भी मतदान केंद्र तक पहुंचने में सहूलियत देने जा रही है.
गर्भवती महिलाओं के लिए डोली की सुविधा:दरअसल, इस बार गर्भवती महिलाओं के लिए भी मतदान के दिन निर्वाचन आयोग डोली की सुविधा देने जा रहा है. उत्तराखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीवीआरसी पुरूषोत्तम का कहना है कि प्रदेश में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य महानिदेशक को गर्भवती महिलाओं के लिए डोली की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. ताकि, वो भी अपना मत दे सकें.
सीईओ पुरूषोत्तम ने कहा कि सभी मतदान कार्मिकों को चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा विभाग से समन्वय किया गया है. पोलिंग पार्टियों को किस सुविधा और स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करना है? इसके लिए बूथ लेवल हेल्थ मैनेजमेंट प्लान बनाया गया है. सभी जिला अस्पताल, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों की जानकारी सभी पोलिंग पार्टियों तक उपलब्ध रहेगी.