गर्भावस्था में महिलाओं को उल्टी क्यों होती है, इसके पीछे क्या है वजह, जानिए - Pregnancy Tips - PREGNANCY TIPS
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को उल्टी कब तक होती है. कितने प्रतिशत महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान उल्टी होना और जी मिचलाना जैसी समस्या देखने को मिलते हैं. इसका किस तरह से इलाज किया जा सकता है. महिला के लिए यह कितना खतरनाक हो सकता है, इसे कैसे रोका जा सकता है. इन्हीं सवालों के जवाब जानने के लिए ईटीवी भारत ने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सावेरी सक्सेना से बात की.
गर्भावस्था में इन लक्षणों को न करें अनदेखा (ETV Bharat Chhattisgarh)
रायपुर : गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को उल्टी होना, जी मिचलाना जैसी समस्या पहले तीन माह तक देखने को मिलती है. इस बारे में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सावेरी सक्सेना ने ईटीवी भारत को अहम जानकारी दी है, जो आज हम आपके साथ साझा कर रहे हैं.
प्रेगनेंसी में उल्टी होने की क्या है वजह ? : स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सावेरी सक्सेना ने बताया, "कुछ महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान पहली तिमाही यानी 3 महीने तक उल्टी होना और जी मिचलाना जैसी समस्या देखने को मिलती है. इस तरह की समस्या हारमोंस के बढ़ने की वजह से होती है. यही कारण है कि गर्भावस्था में महिलाओं को उल्टी होना, जी मिचलाना जैसी समस्या दिखाई पड़ती है. इसके साथ ही महिलाओं को खाना नहीं खाने की इच्छा या फिर खाना खाने के बाद उल्टी की समस्या फेस करनी पड़ती है.
"गर्भावस्था के तीन से चार महीने बीतने के बाद इस तरह की समस्या कम या ऑटोमेटिक ठीक हो जाती है. क्योंकि गर्भवती महिला का हारमोंस लेवल नॉर्मल हो जाता है. कुछ प्रतिशत महिलाओं में यह समस्या चार महीने के बाद भी दिखाई पड़ती है. गर्भधारण करने के पहले महिला जो सामान्य काम करती है और गर्भधारण होने के बाद भी सामान्य रूप से अगर काम कर रही है, उसे सामान्य उल्टी के रूप में माना जाता है." - डॉ सावेरी सक्सेना, स्त्री रोग विशेषज्ञ
गर्भावस्था में इन लक्षणों को न करें अनदेखा : स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सावेरी सक्सेना ने बताया, "यदि किसी महिला को गर्भावस्था के दौरान लगातार उल्टी हो रही है या जी मितला रहा है. यदि महिला को कुछ चीज खाने के बाद लगातार उल्टी हो रही है, साथ ही चक्कर आना और वीकनेस का लग रहा है, शरीर में सूखापन लग रहा है या डिहाइड्रेशन जैसी समस्या हो रही है. तब ऐसी स्थिति में महिला को तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. इसका इलाज करना चाहिए और यह आगे चलकर खतरनाक भी हो सकता है. ऐसे में ड्रिप भी चढ़ाने की जरूरत पड़ सकती है."
गर्भावस्था में इन टिप्स को करें फॉलो : गर्भावस्था के दौरान महिलाएं यदि कुछ सामान्य टिप्स फॉलो करती हैं, तो इस तरह की समस्या से बचा जा सकता है.
सुबह उठते समय खाली पेट में कुछ सुखी खारी चीज ब्रश करने के पहले खा सकते हैं. क्योंकि इस समय महिलाएं ब्रश करती है, उसके बाद उल्टी के सेंसेशन और बढ़ जाते हैं.
महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान लगातार एक साथ खाना नहीं खाना चाहिए. रुक-रुककर थोड़ी-थोड़ी देर में थोड़ा-थोड़ा करके खाना चाहिए.
गर्भावस्था के दौरान महिलाएं पूरे दिन भर में 7 से 8 बार 2 से 3 घंटे के गैप में खाना खा सकते हैं. ऐसा करने से इसमें किसी प्रकार की कोई दिक्कत या परेशानी नहीं है.
ऐसे समय में महिलाओं को ड्राईफ्रूटस, फ्रूट्स और अदरक वाली चाय का सेवन भी कर सकती हैं.
ऐसे समय में महिलाओं को मुनक्का को हल्का सा फ्राई करके नमक डालकर खाना चाहिए. मुनक्का भी उल्टी को रोकने में सहायक होता है.
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को डॉक्टर के द्वारा उल्टी को रोकने के लिए जो दवाई दी जाती है, वह गर्भस्थ शिशु और मां के स्वास्थ्य को देखते हुए दिया जाता है. उसे हर महिला को खाना चाहिए.