उज्जैन :उज्जैन सिंहस्थ 2028 को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने के लिए राज्य सरकार ने अभी से प्रयास शुरू कर दिए हैं. मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की पहल पर उज्जैन के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ का दौरा करने पहुंची. इस टीम ने वाराणसी का भी दौरा किया. टीम में उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा के साथ कई अफसर हैं. टीम ने प्रयागराज पहुंचकर महाकुंभ की व्यवस्थाओं को बारीकी से देखा और गहराई से अध्ययन किया.
प्रयागराज महाकुंभ का सॉलिड मैनेजमेंट प्लान, उज्जैन सिंहस्थ 2028 पर कितना कारगर? - PRAYAGRAJ MAHAKUMBH 2025
उज्जैन से अफसरों की टीम ने प्रयागराज पहुंचकर महाकुंभ 2025 की व्यवस्थाओं को हर एंगल से देखा.
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Jan 20, 2025, 1:24 PM IST
उज्जैन के अफसरों की टीम ने देखा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके व्यवस्था में सुधार किया जा सकता है. इसकी मदद से निगरानी केंद्रों की स्थापना, ठहरने की व्यवस्था मजबूत की जा सकती है. साथ ही यात्रियों से होने वाले धोखाधड़ी भी रुक सकती है.
उज्जैन की टीम ने इन बिंदुओं पर किया अध्ययन
- आवागमन : संत, महंत, और श्रद्धालुओं के लिए यातायात के प्रबंधन का निरीक्षण
- सुरक्षा:घाटों पर पुलिस और प्रशासनिक सुरक्षा के इंतजाम
- भीड़ प्रबंधन :भारी भीड़ को संभालने के लिए इमरजेंसी प्लान और एआई आधारित निगरानी तंत्र.
- स्वच्छता और शुद्ध पेयजल: श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छता और जल आपूर्ति के प्रभावी इंतजाम.
- मीडिया और संचार:सूचना के सही और व्यवस्थित प्रबंधन के लिए मीडिया संबंधी योजनाएं
- ट्रैफिक प्रबंधन:सिंहस्थ के दौरान भारी भीड़ और यातायात को नियंत्रित करने की योजना.
- आपातकालीन व्यवस्थाएं:संभावित आपात स्थितियों से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा.
- सभी आवश्यक सुविधाएं :श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर
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वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का भी लिया जायजा
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा ने वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का भी दौरा किया. उन्होंने वहां श्रद्धालुओं के दर्शन की व्यवस्था, सुरक्षा, और भीड़ प्रबंधन का गहराई से अध्ययन किया. अधिकारियों ने मंदिर प्रशासन से भी चर्चा की और व्यवस्था सुधार के लिए नोट्स तैयार किए. अध्ययन करने के बाद जब ये टीम वापस आएगी तो इसकी विस्तृत रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी. टीम की अध्ययन रिपोर्ट के आधार पर सिंहस्थ 2028 के मद्देनजर तैयारियां की जाएंगी.