जोधपुर :सिख समाज के 10वें गुरु गोविंद सिंह की जयंती आज पूरे भारत में मनाई जा रही है. जोधपुर के गुरुद्वारा सिंह सभा में वह एतिहासिक पलंग आज भी रखा है, जिस पर गुरु गोबिंद सिंह विश्राम करते थे. इसे पलंग साहेब का दर्जा दिया गया है. आज जयंती के मौके पर सिख समाज इसके दर्शन कर रहा है. इस पलंग की सत्यता श्री गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भी जांच सिद्ध कर जोधपुर से मांगा था, लेकिन जोधपुर के समाज ने यहीं रखने का निर्णय लिया. सिंह सभा के प्रधान दर्शन सिंह बताते हैं कि बुद्धू शाह ने पलंग गुरुजी को दिया था, जिसे हमने सहेज कर रखा है. इसके दर्शन के लिए पूरे देश से संगत आती है. सभा के सचिव कुलदीपसिंह सलूजा ने बताया कि हमने यहां पर 24 घंटे दर्शन की व्यवस्था रखी है. पंलग के साथ साथ गुरुजी के चरणों के भी दर्शन होते हैं.
यूं पहुंचा सिंह सभा के पास :जोधपुर में पलंग साहिब का यह पलंग फकीर पीर बुद्धू शाह ने हिजरी सन 1110 में गुरु गोविंद सिंह महाराज को भेंट किया था, जिस पर वे विश्राम करते थे. एक बार दक्षिण की यात्रा पर निकले तो उन्होंने यह पलंग बुद्धू शाह को रखने को दिया. बुद्धू शाह ने इसे अपने एक सिपाहसालर को दे दिया, जिसका परिवार नारनौल से जोधपुर आ गया और यहां उमेद स्टेडियम के पास बंबा मोहल्ले में अब्दुल रहमान की हवेली में रहने लगा. यहां से यह पलंग अब्दुल रहमान के पास आ गया. सालों पहले उस हवेली को एक सिख परिवार ने खरीद लिया, जिसके साथ पलंग भी आया. कुछ समय तक एक परिवार के पास रहा. जांच पड़ताल के बाद सिंह सभा ने परिवार से यह पलंग प्राप्त किया. सिंह सभा में इस पलंग को स्थापित किए हुए 40 साल से ज्यादा का समय हो गया है. हर वर्ष हजारों की संख्या में देश-विदेश से दर्शनार्थी इस गुरुद्वारे में दर्शन कर मत्था टेकने आते हैं.
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