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प्रागपुरा दुष्कर्म पीड़ित की हालत नाजुक, वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया, कोविड टेस्ट भी आया पॉजिटिव - Rape victim on ventilator support

एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में प्रागपुरा की दुष्कर्म पीड़िता का इलाज चल रहा है. फिलहाल उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. पीड़िता को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है और उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है. वहीं, पीड़िता का कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया है.

प्रागपुरा दुष्कर्म पीड़ित की हालत नाजुक
प्रागपुरा दुष्कर्म पीड़ित की हालत नाजुक

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 27, 2024, 8:38 PM IST

प्रागपुरा दुष्कर्म पीड़ित की हालत नाजुक.

जयपुर. जिस दुष्कर्म पीड़िता पर जानलेवा हमला किया गया था, उसकी हालात नाजुक बनी हुई है. फिलहाल पीड़िता को ट्रॉमा सेंटर में वेंटिलेटर पर रखा गया है. जांच में सामने आया है कि पीड़िता कोरोना पॉजिटिव भी है, ऐसे में फिलहाल उसे वेंटिलेटर सपोर्ट के साथ आइसोलेट किया गया है. ट्रॉमा सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ अनुराग धाकड़ ने बताया कि पीड़िता का ऑपरेशन करके रीढ़ की हड्डी में फंसी गोली को तो निकाल दिया गया था, लेकिन पीड़ित के पेनक्रियाज में डैमेज होने की वजह से उसकी स्थिति में सुधार नहीं हो सका है. अब उसे सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है. पीड़िता को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है.

पीड़िता का कोविड टेस्ट पॉजिटिव : पीड़िता का हेल्थ अपडेट देते हुए डॉ अनुराग धाकड़ ने बताया कि बुलेट इंजरी के बाद पीड़िता की सर्जरी की गई थी. कल देर रात उसे सांस लेने में तकलीफ हुई. उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर लिया गया और जब फिजिशियन को दिखाया गया तो उन्होंने चेस्ट में कंजेशन की बात कही. उन्होंने कहा कि कुछ जांच और कराई गई हैं. जांच में पीड़िता का कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया है. ऐसे में उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर ही आइसोलेशन में रखा गया है. मरीज के अन्य पैरामीटर नॉर्मल हैं और फिलहाल हालत स्थिर बनी हुई है.

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बता दें कि पीड़िता को शनिवार को जयपुर लाया गया था. उसका इलाज लगातार जारी है. मुख्यमंत्री भी इस पर नजर बनाए हुए हैं. सोमवार को देर रात मुख्यमंत्री पीड़ित की कुशलक्षेप लेने अस्पताल भी पहुंचे थे. इस दौरान चिकित्सा मंत्री भी मौजूद थे. उन्होंने स्पष्ट किया था कि पीड़िता के स्वास्थ्य के लिए मेडिकल बोर्ड गठित किया हुआ है और यदि आवश्यकता पड़ेगी तो बेहतर उपचार के लिए उसे एम्स शिफ्ट किया जाएगा, लेकिन इसका अंतिम फैसला परिजनों की सहमति पर मेडिकल बोर्ड ही लेगा.

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