रांची: स्पाइसजेट को जीवनदान देने वाले बिजनेसमैन हरिहर महापात्रा भले ही राज्यसभा चुनाव के दरमियान नामांकन पत्र खरीद कर पिछले कई दिनों से झारखंड की सियासत को गर्म कर रखा था मगर उनकी हवा ऐन वक्त पर निकल गई.
दरअसल, नोमिनेशन पेपर खरीदने के बाद से तेजी से इस बात की चर्चा होने लगी कि हरिहर महापात्रा बीजेपी के संभावित उम्मीदवार हैं जिसकी घोषणा नोमिनेशन की आखिरी तिथि से पहले कर दी जायेगी. नामांकन भरने की भी अंतिम तारीख आ गई मगर हरिहर महापात्रा नामांकन के लिए नहीं पहुंचे. दरअसल हरिहर महापात्रा को नोमिनेशन के लिए कोई भी विधायक प्रस्तावक के रुप में नहीं मिला. ऐसे में उन्हें खाली हाथ मुम्बई लौटना पड़ा.
एनडीए और इंडिया के प्रत्याशियों ने भरा पर्चा
सोमवार को राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन के अंतिम दिन पहले एनडीए के प्रत्याशी डॉक्टर प्रदीप वर्मा ने नामांकन पत्र भरा. उनके नामांकन में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, आजसू विधायक लंबोदर महतो, एनसीपी विधायक कमलेश सिंह मौजूद थे. उन्होंने दो सेटों में नामांकन दाखिल किया है.
वहीं, प्रदीप वर्मा के नामांकन के कुछ देर बाद इंडिया गठबंधन की ओर से डॉक्टर सरफराज अहमद ने नॉमिनेशन फाइल किया. उनके साथ मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, माले विधायक विनोद सिंह मौजूद थे. नॉमिनेशन के बाद दोनों ओर से जीत का दावा किया गया.
डॉ प्रदीप वर्मा और डॉ सरफराज अहमद का राज्यसभा जाना तय
राज्यसभा की दो सीटों के लिए झारखंड में हो रहे चुनाव में एनडीए के डॉ प्रदीप वर्मा और इंडिया गठबंधन से डॉ सरफराज अहमद का निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा है. चुनाव मैदान में सिर्फ दो प्रत्याशी के होने से मतदान पर पूर्णविराम लग गया है. संभावना यह जताई जा रही थी कि दो सीटों के लिए हो रहे राज्यसभा चुनाव के दरमियान दो से अधिक प्रत्याशी चुनाव मैदान में होंगे. दो से अधिक प्रत्याशी के चुनाव मैदान में होने के बाद मतदान करना आवश्यक हो जाता.