विकासनगर: रोशनी के पर्व दिवाली को लेकर कुम्हारों ने मिट्टी की दीये बनाना शुरू कर दिए हैं. कुम्हारों के पास मिट्टी के दीयों की भारी डिमांड आ रही है, लेकिन मिट्टी की उपलब्धता ना होने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में उन्होंने सरकार से मांग की है कि कुम्हारों को जंगल से मिट्टी उठाने में सरलता प्रदान करें, ताकि पंरपरागत तरीके से मिट्टी के बर्तन और दीए बनाए जा सकें.
कुम्हारों को उपलब्ध नहीं हो रही मिट्टी:कुम्हार टीटू लाल ने बताया कि वर्तमान समय में मिट्टी की उपलब्धता न होने के कारण उन्हें अपनी कला को आगे बढ़ाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, अगर आगे भी यही हाल रहा, तो उन्हें यह काम जारी रखना मुश्किल पड़ जाएगा. उन्होंने कहा कि इसी वजह से काफी लोग अपने पुस्तैनी काम को छोड़ चुके हैं, लेकिन हम पिछले 40 सालों से लगातार अपना पुस्तैनी कार्य जैसे मिट्टी के बर्तन और दीये बनाने का काम कर रहे हैं.