पटना: रविवार सुबह बिहार बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में बाहुबली नेता और पूर्व विधायक सुनील पांडेयअपने बेटे विशाल प्रशांत के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने उनको पार्टी की सदस्यता दिलाई. सुनील पांडे के बीजेपी में शामिल होने के साथ ही उनके आपराधिक इतिहास को लेकर बीजेपी पर सवाल उठने लगे हैं. वीर चंद पटेल पथ पर बीजेपी और आरजेडी कार्यालय के बाहर अनेक पम्पलेट चिपकाए गए हैं.
पार्टी दफ्तरों के बाहर लगे पंपलेट: सुनील पांडेय के बीजेपी में शामिल होने के साथ ही बीजेपी और आरजेडी दफ्तर के बाहर सुनील पांडेय की तस्वीर के साथ पंपलेट लगाए गए हैं. हालांकि किसने यह पंपलेट चिपकाया, इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. सुनील पांडे को लेकर बीजेपी दफ्तर के बाहर मुख्य गेट के बाहर भी पोस्टर लगाया गया था, जिसे भाजपा के नेता के द्वारा हटवाया गया.
सुनील पांडेय के विरोध में पोस्टर लगे (ETV Bharat) क्या लिखा है पंपलेट में?:पंपलेट के माध्यम से सुनील पांडेय पर आपराधिक मामलों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है. जिसमें सल्लू मियां हत्याकांड का जिक्र है. आरा सिविल कोर्ट में बम ब्लास्ट का जिक्र है. ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड का जिक्र है. हथियारों की सप्लाई का जिक्र है. बैंक लूटपाट और अपने दोस्तों की हत्या में शामिल होने का जिक्र किया गया है. अंत में लिखा गया है कि ऐसे खूंखार अपराधी और माफिया को बीजेपी में आज शामिल करवाया गया.
अपराध से रहा है पुराना नाता: नरेंद्र पांडे उर्फ सुनील पांडे की गिनती बिहार के बाहुबली नेताओं में होती है. आरा और शाहाबाद के इलाके में उनके वर्चस्व की चर्चा हमेशा से होती रही है. कई आपराधिक मामलों में उन पर मुकदमे भी हुए और चल भी रहे हैं. सुनील पांडेय पीरो और तरारी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने जा चुके हैं. बिहार विधानसभा के होने वाले चार सीटों के उप चुनाव में सुनील पांडे बीजेपी के टिकट पर तरारी से चुनाव लड़ सकते हैं. यही कारण है कि आज वह बीजेपी में शामिल हुए हैं.
सुनील पांडेय बीजेपी में शामिल (ETV Bharat) ये भी पढ़ें:'भाजपा परिवार में आपका स्वागत है', बेटे के साथ बाहुबली सुनील पांडेय ने थामा 'कमल' - Sunil Pandey