नई दिल्लीःदिल्ली में लगातार दूसरे साल दशहरे के बाद प्रदूषण का स्तर खतरनाक श्रेणी में नहीं पहुंचा है. इसपर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार को प्रेसवार्ता कर कहा है कि यह अच्छी खबर है. कल केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने आंकड़ा जारी कर बताया कि 1 जनवरी से 12 अक्टूबर तक बीते वर्ष और इस वर्ष अच्छे दिनों की संख्या यानी जब प्रदूषण खतरनाक श्रेणी से कम रहा, ऐसे दिनों की संख्या 200 रही. गोपाल राय ने कहा कि इसके पीछे सबसे बड़ी वजह बारिश और लोगों की जागरुकता है. दीपावली के बाद प्रदूषण बढ़ने पर दिल्ली में आर्टिफिशियल रेन कराने के लिए फिर से उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखकर मदद मांगी है.
2016 के बाद दिल्ली में 200 दिन रहे अच्छे :दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि जनवरी से 12 अक्टूबर तक दिल्ली में 200 अच्छे दिन रहे. यानी की प्रदूषण खराब श्रेणी में नहीं रहा. 2016 के बाद लॉक डाउन में इस 200 अच्छे दिनों के आंकड़े को पार किया था. लगातार दो साल से 1 जनवरी से 12 अक्टूबर तक अच्छे दिनों की संख्या 200 रही. यह बड़ी उपलब्धि है. वर्ष 2016 में एक जनवरी से 12 अक्टूबर तक इन अच्छे दिनों की संख्या केवल 109 थी. मुझे पूरी उम्मीद है कि इस बार अच्छे दिनों की संख्या ज्यादा रहेगी क्योंकि अभी इस साल को बीतने में दो माह से अधिक का समय है. ये जो आंकड़े हैं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के हैं. कल सीपीसीबी ने ये आंकड़े जारी किए हैं.
दशहरे के बाद लगातार दूसरे साल नहीं बढ़ा प्रदूषण (ETV BHARAT) आरोप लगाने वाले भाजपा नेता देख लें आंकड़ेः भाजपा के लोग कहते हैं कि दिल्ली में प्रदूषण बढ़ रहा है. अब केंद्र सरकार की एजेंसी ने आंकड़े जारी किए हैं. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को फोन कर लें कन्फर्म कर लें .क्योंकि केंद्रीय मंत्री हमारा फोन उठाते नहीं हैं हमारे पत्र का जवाब नहीं देते हैं. भाजपा के लोग आरोप लगाते हैं कि गोपाल राय झूठ बोल रहे हैं. कई विशेषज्ञों का कहना है कि अच्छी क्वालिटी के दिनों की संख्या बढ़ रही है. इससे एक बात तो साफ है कि डस्ट पॉल्यूशन, व्हीकल पॉल्यूशन, बायोमास बर्निंग पॉल्यूशन को कम करने में बारिश का अहम रोल है.दीपावली के बाद आर्टिफिशियल रेन की पड़ सकती है जरूरतः पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि जिस दिन हवा की गति कम हो जाएगी. बारिश नहीं होगी. तापमान गिर जाएगा तो प्रदूषण के कण ऊपर नहीं जा पा रहे हैं. तो ऐसे में बारिश का महत्व बढ़ जाता है. दीपावली के बाद पराली और पटाखों के धुएं से प्रदूषण बढ़ जाता है. ऐसे में हम लोग इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि इस प्रदूषण को कम करने में आर्टिफिशियल रेन कारगर हो सकती है. 30 अगस्त को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को मैने पत्र लिखा था, जिसमें आर्टिफिशियल रेन कराने से संबंधित सभी विभागों को बुलाकर मीटिंग की मांग की थी. जवाब नहीं आया तो दोबारा 10 अक्टूबर को चिट्ठी लिखी. मैंने निवेदन किया है कि आर्टिफिशियल रेन से आपातकालीन स्थिति में प्रदूषण से निपटने में मदद करें.प्रदूषण की शिकायत करें दिल्ली के लोगः पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के लोगों की जागरूकता से प्रदूषण कम हुआ है. लोग आज इलेक्ट्रिक वाहन खरीद रहे हैं. पेड़ पौधे लगा रहे हैं. दिल्ली वालों के सहयोग से प्रदूषण के स्तर में और गिरावट दर्ज की जाती है. दिल्ली सरकार ने दिल्ली ग्रीन एप बनाया है. इस एप को डाउनलोड करें और प्रदूषण से जुड़ी हुई शिकायत करें. जिससे समस्या के समाधान के लिए काम किया जा सकें. 120 अलग-अलग एजेंसियां काम कर रही हैं. उनको बुलाकर समझाया है कि किसी तरह की भी ढील नहीं दी जाएगी. धूल उड़ाने पर कार्रवाई होगी. कल से एंटी डस्ट अभियान तेज होगा. कल मैं खुद भी विजिट करने के लिए जाउंगा.ये भी पढ़ें : दिल्ली में कृत्रिम बारिश कराने को लेकर गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को फिर से लिखा पत्र ये भी पढ़ें :दिल्ली में कृत्रिम बारिश की जरूरत, केंद्रीय मंत्री से तत्काल बैठक की मांग करेंगे गोपाल राय