चंडीगढ़:हरियाणा में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. हालात ये है कि जहां सोमवार को 7 जिलों में प्राइमरी स्कूल बंद करने पड़े थे, तो अब सरकार और प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए 7 जिलों के 12वीं तक के स्कूल बंद करने का फैसला लिया है. इन जिलों में गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह, झज्जर, रोहतक, चरखी दादरी और सोनीपत शामिल है. जबकी रेवाड़ी, पानीपत, जींद और भिवानी में 5वीं तक के स्कूल बंद किए जा चुके हैं.
साइकिल से ऑफिस पहुंचे जींद के डीसी : पिछले कई दिनों से वातावरण में फैले प्रदूषण पर अंकुश लगाने की दिशा में कारगर कदम उठाते हुए जिला जींद के उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने आज एक अनूठी एवं प्रेरणादायक पहल की है. जिसमें आज वो अपनी सरकारी गाड़ी के बजाए अपने आवास से साइकिल से कार्यालय पहुंचे, ताकि उनकी इस पहल से जनमानस भी प्रेरित हो और बढ़ते प्रदूषण पर अंकुश लगाया जा सके.
दिल्ली एनसीआर गैस का चैंबर : दिल्ली एनसीआर लगातार गैस का चैंबर बना हुआ है. ऐसे में इस बढ़ते पॉल्यूशन से नौनिहालों को बचाने के लिए 12वीं तक के तमाम स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी किए गए. इन आदेशों के बाद शिक्षा विभाग भी हरकत में आ गया है. शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों का विजिट कर रहे हैं.
सरकारी स्कूलों में भी लगेगी ऑनलाइन क्लासेज : प्राइवेट स्कूलों को जहां शिक्षा विभाग की तरफ से कई तरह के दिशा-निर्देश दिए गए हैं तो वहीं सरकारी स्कूलों में भी बच्चों की पढ़ाई को जारी रखने के लिए एजुकेशन विभाग की तरफ से तमाम सरकारी टीचर्स को स्कूल में आने के लिए कहा गया है. सरकारी स्कूलों के सभी बच्चों को भी अब प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर ऑनलाइन क्लासेस लगाने के आदेश जारी किए गए हैं. एजुकेशन विभाग की तरफ से सरकारी स्कूल के टीचरों के साथ एक बैठक की गई और उनको दिशा निर्देश दिए गए.
बहरहाल जिस तरह से इस बढ़ते पॉल्यूशन के बीच कई तरह की पाबंदियां लगाई गई है तो इस बीच बच्चों के भविष्य की नींव को और मजबूत करने के लिए अब ऑनलाइन पढ़ाई पर भी शिक्षा विभाग जोर दे रहा है, ताकि इस बढ़ते पॉल्यूशन के बीच बच्चों की पढ़ाई पर असर ना पड़े.
छुट्टी केवल बच्चों की, स्टाफ की नहीं : प्रदूषण के बढ़ रहे स्तर को देखते हुए भिवानी में सभी स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे. बच्चों की सेहत को देखते हुए ये फैसला लिया गया है. बता दें कि भिवानी के 12वीं तक के स्कूलों में लगभग 3 लाख बच्चे सरकारी व गैर सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं. प्रदूषण की वजह से सेहत खराब ना हो, इसलिए ये फैसला लिया गया है. जिला शिक्षा अधिकारी नरेश मेहता ने बताया कि छुट्टी केवल बच्चों की है, स्टाफ की नहीं है.