नई दिल्ली/गाजियाबाद:गर्मी के सितम के बीच दिल्ली समेत पूरे एनसीआर के लोग वायु प्रदूषण से परेशान हैं. पारा चढ़ने के साथ-साथ एयर क्वालिटी इंडेक्स का ग्राफ भी तेजी से ऊपर चढ़ रहा है. आमतौर पर देखा जाता है कि मई में दिल्ली एनसीआर का प्रदूषण स्तर येलो और ग्रीन जोन में होता है. लेकिन, इन दिनों प्रदूषण स्तर यहां रेड जोन में है.
दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों का प्रदूषण स्तर रेड जोन में है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार, 7 मई 2024 को शाम 7:00 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 306, गाजियाबाद का 282, ग्रेटर नोएडा का 342 और नोएडा का 321 दर्ज किया गया है. दिल्ली एनसीआर के अधिकतर इलाकों का प्रदूषण स्तर रेड जोन में है. वहीं, कई इलाके ऐसे भी हैं, जहां प्रदूषण स्तर 400 का आंकड़ा पार कर चुका है.
दिल्ली के सबसे प्रदूषित इलाके शादीपुर और आनंद विहार हैं. दोनों इलाकों का AQI डार्क रेड जोन में है. आनंद विहार का एयर क्वालिटी इंडेक्स 408 और शादीपुर का 406 दर्ज किया गया है. वहीं, अलीपुर, एनएसआईटी द्वारका, डीटीयू, आईटीओ, पंजाबी बाग, आया नगर, नॉर्थ केंपस डीयू, पूसा, द्वारका, अशोक विहार, सोनिया विहार और जहांगीरपुरी का AQI रेड जोन में है.
गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लोग भी प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर हैं. ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क 5, गाजियाबाद के इंदिरापुरम और लोनी, नोएडा के सेक्टर 1 और सेक्टर 116 का एयर क्वालिटी इंडेक्स रेड जोन में है.
नोएडा ग्रेटर, नोएडा और गाजियाबाद के अन्य सभी इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स ऑरेंज जोन में है. एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 (Red Zone) को 'अत्यंत खराब', 400-500 (Dark Red Zone) को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.