मसूरी:नगर पालिका मसूरी की अध्यक्ष पद की सीट अन्य पिछड़ी जाति महिला होने से कई दिग्गज नेताओं की गणित बिगाड़ दी है. अंग्रेजों के समय से मसूरी नगर पालिका की अध्यक्ष पद की सीट सामान्य रही है, लेकिन ऐसा पहली बार है, जब पालिका की सीट अन्य पिछड़ी जाति महिला हुई है. इसके बाद मसूरी में कई दिग्गजों के सपने चूर-चूर होते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं, कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग शुरू हो गई है.
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष और बीजेपी नेता रजत अग्रवाल लगातार जनता के बीच जाकर लगातार माहौल बनाने की कोशिश कर रहे थे. इसके अलावा कोरोनाकाल से काफी जनता की बीच रहकर उनकी मदद करते नजर आए रहे थे, लेकिन एकाएक अध्यक्ष पद की सीट बदलने से उनको बड़ा झटका लगा है. हालांकि, उनका कहना है कि पार्टी ने जो निर्णय लिया है, वो सोच समझ कर लिया होगा. पार्टी जिसको टिकट देगी, उसके लिए कार्य किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मसूरी नगर पालिका में बीजेपी के सभी प्रत्याशी भारी मतों से जीत हासिल करेंगे.
मसूरी पालिका अध्यक्ष पद आरक्षित करने पर कांग्रेस ने बताया बीजेपी का षड्यंत्र: कांग्रेस के दावेदारों में पूर्व पालिका अध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल और मेघ सिंह कंडारी ने मसूरी की अध्यक्ष पद की सीट को अन्य पिछड़ी जाति महिला के लिए आरक्षित किए जाने को बीजेपी का षड्यंत्र बताया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के सर्वे में ये साफ हो गया था कि मसूरी नगर पालिका की अध्यक्ष पद के साथ सभासदों की सीटें कांग्रेस जीतने जा रही है. जिसके बाद बीजेपी ने मसूरी नगर पालिका अध्यक्ष पद की सीट को बदलने को सारा खेल किया गया है.
कांग्रेस से ये हो सकते हैं दावेदार:उन्होंने कहा कि बीजेपी कुछ भी कर ले, लेकिन मसूरी नगर पालिका के साथ प्रदेश में नगर निगम और पालिका के सभी सीटें कांग्रेस के प्रत्याशी जीतेंगे. मसूरी कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि अध्यक्ष पद के साथ सभी वार्डों में कांग्रेस जीत का परचम लहराएगी. उन्होंने कहा कि मसूरी कांग्रेस से गीता रमोला गुप्ता, बिनीता कंडारी, सुनीता भंडारी, भरोसी रावतअध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार हैं.