पटना:बिहार सरकार में ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी वैसे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चहते माने जाते हैं लेकिन पिछले कुछ महीनों से उनके सियासी फैसले और राजनीतिक बयान न केवल सीएम को असहज करते हैं, बल्कि कई बार इससे जेडीयू की किरकिरी भी हो जाती है. उनके हालिया पोस्ट को लेकर सियासत गरमा गई है. उनके पोस्ट को मुख्यमंत्री की बढ़ती उम्र (73 वर्ष) से जोड़कर देखा जा रहा है.
क्या लिखा है अशोक चौधरी ने?:मंत्री अशोक चौधरी ने अपने एक्स हैंडल पर चंद पंक्तियां साझा की है. जिसमें उन्होंने लिखा, 'बढ़ती उम्र में इन्हें छोड़ दीजिए. एक दो बार समझाने से यदि कोई नहीं समझ रहा है तो सामने वाले को समझाना छोड़ दीजिए. बच्चे बड़े होने पर वो खुद के निर्णय लेने लगे तो उनके पीछे लगना छोड़ दीजिए. गिने चुने लोगों से अपने विचार मिलते हैं, यदि एक दो से नहीं मिलते तो उन्हें छोड़ दीजिए.
'..तो दिल पर लेना छोड़ दीजिए':अशोक चौधरी ने आगे लिखा, 'एक उम्र के बाद कोई आपको न पूछे या कोई पीठ पीछे आपके बारे में गलत कह रहा है तो दिल पर लेना छोड़ दीजिए. अपने हाथ कुछ नहीं, ये अनुभव आने पर भविष्य की चिंता करना छोड़ दीजिए. यदि इच्छा और क्षमता में बहुत फर्क पड़ रहा है तो खुद से अपेक्षा करना छोड़ दीजिए. हर किसी का पद, कद, मद, सब अलग है, इसलिए तुलना करना छोड़ दीजिए.'
क्या नीतीश पर है निशाना?:जेडीयू नेता ने आगे लिखा कि बढ़ती उम्र में जीवन का आनंद लीजिए, रोज जमा खर्च की चिंता करना छोड़ दीजिए. उम्मीदें होंगी तो सदमे भी बहुत होंगे. यदि सुकून से रहना है तो उम्मीदें करना छोड दीजिए.
चौधरी के बयान से नेतृत्व नाराज?:खबर है कि अशोक चौधरी के इस पोस्ट से जेडीयू नेतृत्व नाराज है. यही वजह है कि अशोक चौधरी को तलब किया गया. हालांकि विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने सफाई दी है कि उनके पोस्ट का राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि उन्होंने दूसरे संदर्भ में अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया है. यह किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं था.