जयपुर :उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के उस लेख की निंदा की है, जिसमें उन्होने पूर्व राजपरिवारों के विरुद्ध टिप्पणी की है. दीया कुमारी ने लेख में लिखी बातों को अनर्गल करार दिया. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी ने अंग्रेजी और हिंदी अखबारों में अपने लेख के जरिए पूर्व राजपरिवार पर सारहीन आरोप लगाए हैं, जिसमें राहुल गांधी ने कहा है कि महाराजाओं को रिश्वत देकर अंग्रेजों ने भारत पर शासन किया था. दीया कुमारी ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने लेख के जरिए पूर्व राजपरिवारों की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है और वो इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती हैं. वहीं, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा.
पूर्व राजपरिवारों ने किया अपना सर्वस्व न्योछावर :उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पूर्व राजपरिवारों पर इस तरह के अनर्गल आरोप लगाने से पहले इतिहास के तथ्यों की जानकारी लेनी चाहिए. इस तरह के आरोप लगा कर राहुल गांधी समाज के विभिन्न वर्गों में दरार पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, जो निंदनीय है. डिप्टी सीएम ने कहा कि एकीकृत भारत का सपना पूरा करने के लिए सभी राजपरिवारों ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था. राहुल गांधी को इतिहास की जानकारी नहीं है. उनकी ओर से इतिहास के तथ्यों को जाने बिना इस तरह के लेख लिखना नितांत अनावश्यक और निंदनीय है. वे अपनी राजनीतिक छवि को चमकाने के लिए दूसरों के परिवारों पर कीचड़ उछालना बंद करें और अपने संवैधानिक पद की मर्यादा को बनाए रखें.
राहुल गांधी के लेख से चढ़ा सियासी पारा (ETV BHARAT JAIPUR) इसे भी पढ़ें -चुनावी मैदान में भजनलाल सरकार गिना रही उपलब्धियां तो कांग्रेस समेत इन दलों ने चल दिया ये बड़ा दांव
जानें राहुल ने क्या लिखा :राहुल गांधी का अंग्रेजी और हिंदी अखबारों में प्रकाशित लेख उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर भी साझा किया है. इसमें लिखा गया है कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत की आवाज कुचल दी थी. यह आवाज अपनी व्यापारिक शक्ति से नहीं, बल्कि अपने शिकंजे से कुचली थी. कंपनी ने हमारे राजा महाराजाओं और नवाबों की साझेदारी से उन्हें रिश्वत देकर और धमका कर भारत पर शासन किया था. उन लोगों ने हमारी बैंकिंग, नौकरशाही और सूचना नेटवर्क को नियंत्रित कर लिया था. हमने अपनी आजादी किसी दूसरे देश के हाथों नहीं गंवाई, हमने इसे एक एकाधिकारवादी निगम के हाथों खो दिया, जो हमारे देश में दमन तंत्र को चलाता था. कंपनी ने प्रतिस्पर्धा खत्म कर दी. राहुल गांधी लिखते हैं कि ईस्ट इंडिया कंपनी भले ही सैकड़ों साल पहले खत्म हो गई हो, लेकिन उसने जो डर पैदा किया था, वह आज फिर से हावी हो रहा है.
क्षत्रिय समाज का अपमान नहीं सहेगा राजस्थान : राहुल गांधी के राजा-महाराजाओं को लेकर लिखे गए लेख पर प्रदेश भाजपा प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल ने कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि इससे घटिया, इससे नीचता की बात कुछ और नहीं हो सकती है. अग्रवाल ने कहा कि राजपूत समाज ने देश के मान-सम्मान और संस्कृति को अखंड बनाए रखने में अपना अहम योगदान दिया है, जिसे कोई भूल नहीं सकता है. घास की रोटी खाकर जिन महाराणा प्रताप ने मुगलों से हार नहीं मानी और उन्हें आदर्श मानने की जगह राहुल गांधी उनका अपमान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान की अस्मिता और संस्कृति के लिए किसी राष्ट्रीय नेता की इतनी बड़ी अपमानजनक टिप्पणी कतई स्वीकार्य नहीं है. यही वजह है कि अब क्षत्रिय समाज के इस अपमान को राजस्थान किसी भी सूरत में नहीं सहेगा.
शेखावत ने कही ये बात : केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राहुल गांधी का भारत की समृद्ध विरासत के विषय में अज्ञान और औपनिवेशिक मानसिकता ने सभी सीमाओं को पार कर दिया है. उनके विचारों से भारत के स्वाधीनता संघर्ष और अखंड भारत के निर्माण में राजघरानों के योगदान का बेशर्मी के साथ मजाक उड़ाया गया है. ये अत्यंत निंदनीय है. शेखावत ने कहा कि हजारों साल में सनातन पर जितने भी हमले हुए, उन्हें राजस्थान के पूर्व राजा-महाराजाओं ने पीढ़ियां कुर्बान करके बचाया.
सनातन संस्कृति के मानबिंदुओं की रक्षा के लिए इन्होंने हमेशा बलिदान दिया. आज अगर इस देश में सनातन और हिंदुत्व जिंदा है तो उसका केवल और केवल कारण भारत के इन राजपरिवारों का बलिदान है. शेखावत ने कहा कि कांग्रेस के युवराज की भारतीय इतिहास की समझ कितनी भ्रष्ट और सलेक्टिव है, यह उनके आलेख से जाहिर होता है.