रांची: चुनावी सरगर्मी के बीच झारखंड के बड़े अधिकारी के घर हुई छापेमारी ने प्रदेश की सियासत को तेज कर दिया है. चुनाव के बीच चल रही इस कार्रवाई पर जहां सत्तारूढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इसके पीछे केंद्र की बीजेपी सरकार का हाथ बताया है. वहीं बीजेपी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जहां-जहां चुनाव होते हैं भारतीय जनता पार्टी इस तरह की कार्रवाई कराती रही है मगर इसका कोई लाभ मिलने वाला नहीं है. आपको इसी बात से समझ लेना चाहिए कि भारतीय जनता पार्टी के नेता अभी इस राज्य में हैं.
वहीं सीपीआई(एम) पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने आईटी रेड पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह बेहद ही गलत है जब चुनाव की घोषणा हो चुकी है तब मुख्यमंत्री के अधीनस्थ पदाधिकारी के विरुद्ध ईडी, सीबीआई और आईटी का इस्तेमाल किया जाता है. वृंदा करात ने बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा कि चुनाव के वक्त इस तरह की कार्रवाई करना उचित नहीं है. बीजेपी का ईडी, सीबीआई और आईटी से एलायंस है, उसी को हथियार बनाकर लोगों को डराना चाहते हैं धमकाना चाहते हैं, पीछे हटाना चाहते हैं.
रेड पर जेएमएम पर विपक्ष का हमला तेज
झारखंड में छापेमारी की कार्रवाई के बाद विपक्ष ने हमला तेज कर दिया है. बीजेपी ने भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के विरुद्ध चल रही कार्रवाई पर तंज कसते हुए कहा है कि जब भी ऐसी कार्रवाई होती है तो विरोधी बचाव में बीजेपी पर आरोप लगाते हैं. बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने रेड पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि जो लोग इस मुगालफत में हैं कि भ्रष्टाचार करने वालों पर कार्रवाई नहीं होगी यह उनकी भूल होगी. भाजपा ऐसे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के पक्षधर है और राज्य से भ्रष्टाचार का खात्मा होकर रहेगा.
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