रांचीः झारखंड में इस बार का चुनावी समर 2019 के विधानसभा चुनाव से अलग है. एनडीए एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में है, जो सत्तारूढ़ जेएमएम, कांग्रेस और राजद के समक्ष मुश्किल खड़ी कर सकता है. वोटों के बिखराव को रोकने में यदि भाजपा, आजसू, जदयू और लोजपा सफल हो जाती है तो सत्तारूढ़ दल की चुनावी गणित बिगड़ सकती है.
दरअसल 2019 के विधानसभा चुनाव में की गई गलती से सीख लेते हुए भाजपा ने इस बार अपने गठबंधन के सहयोगी दल के साथ नरम रुख अपनाते हुए उनकी बातों को भी तरजीह दी है. हालांकि एनडीए के अंदर सीटों को लेकर अभी भी खींचतान जारी है. हिमंता बिस्वा सरमा द्वारा जदयू को दो शीट दिए जाने संबंधी बयान पर जदयू ने नाराजगी जताई है.
जदयू प्रदेश महासचिव संतोष सोनी ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि यह उनका निजी बयान हो सकता है मगर पार्टी ने 11 सीट की मांग की है. यदि सम्मानजनक सीटें नहीं मिलती हैं तो पार्टी सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इधर जदयू की नाराजगी पर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा है कि हमारा मकसद साफ है कि जहां जो मजबूत है वहां उनको भागीदारी मिले. पार्टी जल्द ही एनडीए के अंदर सीटों को लेकर फार्मूला तय कर लेगी और इसकी औपचारिक घोषणा होगी.
2019 का विधानसभा चुनाव
- महागठबंधन में जेएमएम 43, कांग्रेस 31 और राजद 07 सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति बनी थी.
- भाजपा ने सभी 79 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें 25 पर सफलता मिली.
2019 के विधानसभा चुनाव में दलगत वोट प्रतिशत
- भाजपा 33.37 प्रतिशत, कांग्रेस 13.8% और जेएमएम को मिला 18.72% वोट
- जेवीएम 5.45 प्रतिशत, राजद 2.75% और जदयू को मिला 0.73% वोट
- बसपा 1.53 प्रतिशत, सीपीआईएम 0.32% और आजसू को 8.10% वोट मिला
- सीपीआई को 0.4% एआईएमआईएम 1.6% और जेडीएस को 0.01% वोट मिला
2019 के विधानसभा चुनाव परिणाम
- भाजपा-25
- जेएमएम-30
- कांग्रेस-16
- राजद-01
- जेवीएम-03
- आजसू-02
- अन्य-04
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