रीवा : अकसर आपने देखा और सुना होगा कि पीड़ित अपनी फरियाद लेकर थाने जाते हैं और पुलिस से मदद की गुहार लगाते हैं. मगर मऊगंज थाने में थाना प्रभारी खुद ही फरियादी बन गए और थाने की रोजनामचा में अपनी ही फरियाद लिखवा दी. रोजनामचा में जिक्र करते हुए थाना प्रभारी ने एक कथित कांग्रेस नेता, शातिर अपराधी और इन्हीं से सरंक्षण प्राप्त 'मूसा गैंग' से खुद की जान को खतरा बताया है.
इस बात की खबर जैसे ही पुलिस महकमे के आला अफसरों को हुई तो विभाग में हड़कंप मच गया, जिसके बाद सबसे पहले तो पीड़ित थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया. इसके बाद मामले की जांच के निर्देश दिए.
क्यों लिखा 'मूसा गैंग से खतरा'?
दरअसल, थाना प्रभारी सनत कुमार द्विवेदी के कहने पर उप निरीक्षक ने रोजनामचा में रिपोर्ट डाली. इस रिपोर्ट में आरोप लगाते हुए उल्लेख किया गया है कि कथित कांग्रेसी नेता अपने आधा सैकड़ा समर्थकों के साथ थाने आए और जमकर अभद्रता की. इसके बाद कांग्रेस नेता ने गालियां और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए थाना प्रभारी को धमकियां भी दीं. थाना प्रभारी ने अपनी फरियाद में लिखा, '' थाने पहुंचे लोग मारपीट करने में आमादा थे. पुलिस बल की कमी होने के चलते जबाव नहीं दे पाए. मैं परिवार के साथ अकेले रहता हूं. ये शराब तस्करी से जुड़े हुए हैं, इनके सरंक्षण में एक गैंग चलती है जिसे मूसा गैंग कहते हैं. ये गैंग कभी भी मुझपर हमला कर सकती है.''
थाना प्रभारी सनत कुमार द्विवेदी (Etv Bharat) सीसीटीवी में सबकुछ रिकॉर्ड है
थाना प्रभारी सनत कुमार द्विवेदी ने रिपोर्ट में आगे लिखा, '' थाना स्टाफ उनसे (कथित कांग्रेस नेता और उनके गुर्गे ) डरा हुआ है. हमने पुलिस लाइन से बल बुलाया और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी. मौके पर एडिशनल एसपी अनुराग पाण्डेय उपस्थित हुए और मामले को शांत कराया. यह पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में रिकॉर्ड है.''
मामले की जानकारी देते रीवा प्रभारी आईजी (Etv Bharat) मूसा गैंग ने घेरा था थाना
मिली जानकारी के मुताबिक मऊगंज में इन दिनों कुछ तथा कथित नेताओं के संरक्षण में एक क्रिमिनल गैंग सक्रिय है, जिसे मूसा गैंग कहा जाता है. बीते दिनों एक सोनी पविवार के युवक के साथ इसी गैंग के लोगों ने मारपीट की थी. पीड़ित ने थाने में शिकायत की और एमएलसी व रिपोर्ट कराने युवक को थाने बुलाया गया. इसके पहले ही कथित तौर पर मूसा गैंग के आधा सैंकड़ा लोग थाने पहुंच गए और जमकर हंगामा किया. इस दौरान भीड़ ने थाना प्रभारी और स्टाफ पर कार्रवाई न करने का दबाव बनाया. किसी तरह मामला शांत हुआ लेकिन घटना से आहत हुए थाना प्रभारी की ओर से उप निरीक्षक ने रोजनामचा में उनकी शिकायत का उल्लेख कर दिया.
थाना प्रभारी लाइन हाजिर, आईजी बोले जांच होगी
यह ममला जैसे ही उजागर हुआ तो पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. मामले पर रीवा संभाग के प्रभारी आईजी, (डीआईजी) साकेत प्रकाश पांडे ने बताया, '' थाना प्रभारी ने रोजनामचा में रिपोर्ट दर्ज की है. मामले की जांच कराई जा रही है. एएसपी मामले की जांच कर रहे है और प्रारंभिक जांच में कुछ त्रुटियां पाई गई हैं इसलिए थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया है. दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.''
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