देहरादून: उत्तराखंड में इस साल रिकॉर्ड तोड़ भीषण गर्मी पड़ रही है. आलम यह है कि दोपहर में तापमान पर 42 डिग्री तक पहुंच जा रहा है. इस चिलचिलाती धूप में लोगों का घरों से बाहर निकलना दूभर हो गया है. वहीं, कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इस तपती और चिलचिलाती धूप में सड़कों पर खड़े होकर काम कर रहे हैं. इसमें चौराहे पर खड़े ट्रैफिक पुलिस, होमगार्ड मुख्य रूप से हैं. ये सभी ट्रैफिक व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए तपती गर्मी और चिलचिलाती धूप में खड़े होकर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं.
तपती गर्मी का प्रकोप सिस्टम पर भी भारी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. बदलते मौसम के बीच भीषण बढ़ती गर्मी ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. बढ़ती भीषण गर्मी के चलते न सिर्फ आम जन जीवन भी प्रभावित होने लगा है बल्कि चिलचिलाती इस भीषण गर्मी में दोपहर के वक्त ड्यूटी करने वाले होमगार्ड पीआरडी के जवान और पुलिस फोर्स के लिए भी काफी चुनौती बढ़ गई है.
ताकि आप न हो परेशान, धूप में ड्यूटी कर रहे जवान:भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप के चलते सड़कों पर चौपहिया वाहनों की तादात दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है. जिसके चलते ट्रैफिक व्यवस्था को कंट्रोल करना और ट्रैफिक को सुचारू रूप से संचालित करना ट्रैफिक पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी रहती है. इसी बीच बढ़ते वाहनों की संख्या के साथ ही ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण की चुनौती भी अब ड्यूटी करने वाले पुलिस के जवानों के लिए बड़ी समस्या का रूप धारण करने लगा है. इन तमाम चुनौतियों के बावजूद सड़को के किनारे खड़े पुलिस कर्मी, अपने काम को प्राथमिकता देते दिखाई दे रहे हैं. जिससे आवागम करने वाले लोगो को जाम में न फंसना पड़े.
धूप, बारिश, सभी मौसम की हुई आदत:ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को संभाल रहे कर्मचारियों ने बताया अपने कर्तव्यों का पालन करना उनका पहला फर्ज है. उनकी कोशिश रहती है कि जाम न लगे, यातायात सुचारू रूप से चलता रहे. ट्रैफिक व्यवस्था संभाल रहे होमगार्ड ने कहा उनका सौभाग्य है कि उन्हें वर्दी पहनने को मिली है. जनता की समस्याओं को देखते हुए उन्हें गर्मी महसूस नहीं होती है. खुद को गर्मी से बचने के लिए हैट और मास्क का इस्तेमाल करने के साथ ही पानी भी पीते रहते हैं. जिससे खुद ही हाइड्रेड रखा जा सके. उन्होंने कहा गर्मी ही नही बल्कि हर मौसम में हमें काम करना पड़ता. अब उन्हें इसकी आदत हो गई है.