कुचामनसिटी :कुचामन फिरौती प्रकरण में पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनसे पूछताछ की और फिर रविवार को शहर में उनकी परेड करवाई. लॉरेंस बिश्नोई गैंग के रोहित गोदारा और वीरेंद्र सिंह चारण ने 29 और 30 नवंबर को कुचामन को अपना टारगेट बनाते हुए शहर के पांच व्यापारियों को धमकी भरे कॉल और मैसेज भेजे थे. कॉल और मैसेज करने वाले शख्स ने उसका परिचय रोहित गोदारा के रूप में दिया था. साथ ही कहा था कि अगर दो दिन के भीतर फिरौती की रकम का इंतजाम नहीं हुआ तो उनकी जान को खतरा हो सकता है.
वहीं, पांचों व्यापारियों से करीब 5 करोड़ से अधिक की फिरौती मांगी थी. इस मामले को लेकर रविवार को डीडवाना कुचामन जिले के एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने मीडिया से रुबरु हुए. उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले कुचामन में पांच व्यापारियों को फिरौती के लिए धमकी मिली थी. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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एसपी ने बताया कि पूछताछ में यह सामने आया कि सफीक खान कुचामन थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर रहा है, वो पहले आनंदपाल गैंग से जुड़ा था और कुचामन व आसपास के क्षेत्रों में लोगों से फिरौती मांगकर आनंदपाल की मदद करता था. उसके बाद सफीक वीरेंद्र चरण के संपर्क में आया और फिर वीरेंद्र के जरिए उसका रोहित गोदारा से संपर्क हुआ. ऐसे में वो रोहित गोदारा और लॉरेंस गैंग के लिए काम करने लगा.
सफीक ने ही कुचामन के व्यापारियों की लिस्ट तैयार कर उनके नाम और मोबाइल नंबर रोहित गोदारा को मुहैया कराए थे. उन्होंने बताया कि आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड पर लिया गया है. वहीं, उन्होंने कहा कि आगे पूछताछ में अन्य कई मामले में खुलासे होने की संभावना है.
आनंदपाल गैंग के सदस्य फिरौती में शामिल :व्यापारियों की तरफ से आधिकारिक शिकायत के आधार पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जान शुरू की. बाद में जांच में पता चला कि आनंदपाल गैंग के कुछ सदस्य भी इस मामले में शामिल हैं, जिन्होंने व्यापारियों से जुड़ी प्राइवेट इनफॉरमेशन लॉरेंस गैंग को दी थी.