गिरिडीहः अपराधियों ने एक शिक्षक को फंसाने के लिए गंभीर साजिश रच डाली. मास्टर के घर के पास कारतूस छिपा दिया तो उसके भाई की गुमटी के नीचे दो पिस्टल और दो जिंदा कारतूस रख दिया. हथियार रखने के बाद पुलिस को सूचना भी दे दी. पुलिस ने हथियार बरामद कर लिया और छानबीन शुरू कर दी.
सबसे पहले मास्टर को थाना बुलाया गया पूछताछ हुई. पूछताछ में निजी शिक्षक मुफ्फसिल थाना इलाके के पपरवाटांड़ निवासी अशोक दास निर्दोष प्रतीत हुआ. इसके बाद गिरिडीह एसपी डॉ. विमल कुमार ने सदर एसडीपीओ जीतबाहन उरांव के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर दिया.
इस टीम में मुफ्फसिल थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर श्याम किशोर महतो, अवर निरीक्षक संजय कुमार, बुधेश्वर उरांव, मुकेश कुमार पंडित, सहायक अवर निरीक्षक राहुल रंजन सिंह, सुन्दर लाल मंडल को शामिल करते हुए जांच आरंभ हुई. मानवीय और टेक्निकल तरीके से हरेक बिंदू पर जांच हुई. जांच में यह साफ हुआ कि अशोक को फंसाने के लिए साजिश रची गई थी.
पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में मुफ्फसिल थाना इलाके के भूराही निवासी जीतन दास (पिता होरिल दास) बनियाडीह सीसीएल क्वार्टर नंबर बी-20 निवासी डब्लू कुमार दास (पिता गुलाब चंद दास) और देवरी खाजाटोल निवासी मनोज चौधरी (पिता विजय महथा) शामिल हैं.
अशोक की मंगेतर से शादी करना चाहता था जीतन
एसपी के निर्देश पर गठित टीम ने जब जीतन को गिरफ्त में लिया तो उसने पूरा राज उगल दिया. पूछताछ में यह साफ हुआ कि जिस लड़की से शादी करने की ख्वाहिश जीतन ने पाल रखी थी वह लड़की अशोक की मंगेतर बन चुकी थी. दिसंबर माह में ही अशोक की शादी उसी लड़की से होनी थी. ऐसे में अशोक को जेल भिजवाने की योजना तैयार की गई.
इस योजना के तहत पहले अशोक के भाई की गुमटी के नीचे दो देसी पिस्टल और दो कारतूस रख दिया. वहीं अशोक के घर के बाहर मिट्टी के बोरे में एक कारतूस छिपा दिया. फिर पुलिस को सूचना दी कि अशोक दास नामक युवक ने हथियार छिपाकर रखा है. पुलिस ने हथियार बरामद किया, अशोक और उसके भाई को पूछताछ के लिए थाना लाया. प्रारंभिक जांच में ही पुलिस को लगने लगा कि ये साजिश गहरी है.